


सीकर। राजू ठेहट हत्याकांड को एक सप्ताह भी नहीं बीता कि शहर की पुलिस फिर लापरवाही के आरोपों व सवालों से घिर गई है। आरोप है कि शहर के एक सर्राफा व्यापारी के परिवार को हिस्ट्रीशीटर द्वारा गोली मारने की धमकी देने पर भी पुलिस ने 13 दिन तक उसका मुकदमा दर्ज नहीं किया। आखिर में पीडि़त ने एसपी से शिकायत की, तो कहीं जाकर थाने में कार्यवाही शुरू हुई। मामला उद्योग नगर थाने से जुड़ा है। बलराम नगर निवासी रजनीश सोनी ने रिपोर्ट दी है कि उसकी सुभाष चौक स्थित महालक्ष्मी मार्केट में दुकान सोने- चांदी के गहनों की दुकान है। सुभाष चौक निवासी महेन्द्र कुमार सोनी से उसका व्यापारिक लेन- देन चलता है। उसकी दुकान पुराना दुजोद दरवाजे के पास है। पिछले महीने ही बकाया चुकाने के लिए महेन्द्र सोनी ने समाज के मौजिज लोगों के सामने इकरारनामे पर हस्ताक्षर किए थे। पर इसके बाद महेन्द्र का मन बदल गया। उसने 23 नवंबर की रात को एक धमकी भरा फोन करवाया। जिसमें फोन करने वाले ने खुद को सिहोट छोटी निवासी दातार सिंह उर्फ डेनी बताया। उसके साथ दो और लोग भी बोल रहे थे। तीनों ने उसे महेन्द्र सोनी का हिसाब- किताब भूल जाने को कहा। ऐसा नहीं करने पर परिवार को गोली या गाड़ी से टक्कर मारकर जान से मारने की धमकी दी। रिपोर्ट में बताया कि धमकी का ऑडियो व अन्य साक्ष्य के साथ उसने उद्योग नगर थाने में शिकायत दी, लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। जिसके बाद उसने एसपी को परिवाद को दिया। एसपी के निर्देश पर फिर थाने में मुकदमा दर्ज कर जांच मदन लाल को सौंपी गई।
