


बंगाल की खाड़ी से आने वाले मानसून के सक्रिय होते ही राजस्थान में इसका प्रभाव देखने को मिल रहा है। प्रदेश में प्री मानसून का दौर शुरू हो चुका है। इस बीच मौसम विभाग ने आज कोटा और उदयपुर संभाग में कहीं-कहीं भारी बारिश की बड़ी चेतावनी जारी की है। इसके साथ ही बीकानेर, जयपुर और भरतपुर संभाग के कुछ भागों में मेघगर्जन के साथ बारिश होने के प्रबल आसार हैं। बारिश का दौर शुरू
विभाग ने बताया कि पिछले 24 घंटे में बीकानेर, जयपुर, भरतपुर और कोटा संभाग के कुछ भागों में मेघगर्जन के साथ हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश रिकॉर्ड की गई। पश्चिमी राजस्थान में सर्वाधिक बारिश श्रीगंगानगर में 50.3 एमएम और पूर्वी राजस्थान के मालपुर टोंक में 42 एमएम बारिश दर्ज की गई है। कोटा और उदयपुर संभाग में 22 और 23 जून को भी बारिश की गतिविधियां जारी रहेंगी। दक्षिणी पूर्वी राजस्थान के कुछ भागों में 24 जून से बारिश की गतिविधियों में और बढ़ोतरी होने की संभावना है। 25 और 26 जून को कोटा और उदयपुर संभाग में कहीं कहीं भारी बारिश होने की संभाव हीं मौसम विभाग ने आज भी राजस्थान के कई जिलों में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है।
आगे बढ़ रहा है मानसून
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वहीं बंगाल की खाड़ी में साइक्लोनिक सर्कुलेशन बनने के बाद मानसून की बंगाल की खाड़ी की शाखा बीस दिन बाद उत्तरी पूर्वी राज्यों से आगे बिहार पहुंची। बिहार के उत्तरी पूर्वी हिस्से में मानसून आ गया। इधर अरब सागर शाखा भी महाराष्ट्र से आगे बढक़र मध्यप्रदेश के बॉर्डर तक आ गई है। मौसम विभाग के अनुसार मानसून के आगे बढने के लिए अनुकूल परिस्थितियां हैं। अगले दो-तीन दिन में मानसून मध्यप्रदेश में प्रवेश कर जाएगा।
मौसम विभाग के अनुसार वर्तमान में राजस्थान में 73 प्रतिशत कम बारिश हुई है। राजस्थान में एक जून से लेकर 20 तक 25.1 मिलीमीटर बारिश होनी चाहिए थी, लेकिन 6.8 मिलीमीटर बारिश ही हुई है। अगले एक सप्ताह पूर्वी और पश्चिमी राजस्थान में सामान्य बारिश का अनुमान जताया गया है।