


बीकानेर। नोखा के तत्कालिन बीडीओ का निलंबन के बाद भी पंचायत समिति से मोह नहीं छूट रहा है। निलंबन के बाद से ही पंचायत समिति के कार्यों में हस्तक्षेप कर रहा है। इससे आहत नोखा पंचायत समिति के सरपंचों ने ग्राम विकास एवं पंचायातीराज मंत्री के नाम का ज्ञापन एसडीएम को देकर तत्कालिन निलंबित बीडीओ द्वारा पंचायत समिति में अतिक्रमण करने व अनियमितता बरतने के आरोप लगाए हैं।ज्ञापन में बताया कि नोखा के निलंबित तत्कालिन विकास अधिकारी अभिमन्यु चौधरी द्वारा पंचायत समिति में करोड़ों का भारी भ्रष्टाचार किया था, जिसकी शिकायत 1 जनवरी को सरपंच संघ द्वारा की गई थी। उसमें ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग द्वारा 06 फरवरी 2023 को कमेटी गठीत कर जांच करवाने के आदेश दिये गये थे जाँच में दोषी पाये जाने पर बीडीओ अभिमन्यु चौधरी को 21 जून 2023 को निलंबित किया गया व जयपुर में उपस्थिति देना सुनिश्चित किया गया था। बीडीओ ने न तो जयपुर उपस्थिति दी और न ही विभाग ने नोखा में उपस्थिति संबंधित कोई निर्देश पालना आदेश जारी नहीं किए गए हैं। 1 अगस्त को तत्कालिन बीडीओ अभिमन्यु चौधरी द्वारा पंचायत समिति पर आकर अतिक्रमण किया जबकि नोखा विकास अधिकारी का पदभार सहायक विकास अधिकारी राजेश व्यास के पास पंचायत राज विभाग द्वारा दिया गया था लेकिन अभिमन्यु चौधरी द्वारा पंचायत समिति में न तो पंचायत राज ने मुख्य कार्यकारी अधिकार जिला परिषद बीकानेर द्वारा किसी प्रकार का कोई कार्यभार ग्रहण संबंधित किसी प्रकार कोई आदेश नहीं होने के बावजूद नोखा पंचायत समिति पर अतिक्रमण कर कई प्रकार के शाखा के अधिकारियों को तबादले कर दिए। इसके लिए उन्होंने किसी से अनुशंसा नहीं करवाई गई। ज्ञापन देने वालों में सरपंच संघ के अध्यक्ष पुरखाराम देपन, रामीदेवी कुलडिय़ा, नेनकंवर, सुखीदेवी, श्रीभगवान डेलू, तोलाराम, जोगेश्वरीदेवी, नवलसिंह, लिछमादेवी, ओमकंवर, सहीराम डूडी, रूकमादेवी, कुनीदेवी, गोदावरीदेवी, मांगुराम आदि मौजूद रहे।
