


जयपुर। शहरी और ग्रामीण ओलिंपिक का उद्घाटन करने पहुंचे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कुछ बच्चे आत्महत्या कर रहे हैं। कुछ बच्चे एक दूसरों को मार रहे हैं। यह घटना तभी रुक सकती है, जब मां-बाप का दिल बड़ा हो। आप मान लीजिए अगर किसी का लव अफेयर है। मां-बाप को समझाने की कोशिश करनी चाहिए। उन्हें शादी करने की छूट देनी चाहिए।गहलोत ने मीडिया से बातचीत में कहा- आज का युवा कल का भविष्य होगा। हमारे युवा अच्छे साइंटिस्ट, टेक्नोक्रेट, डॉक्टर, इंजीनियर बनेंगे। ऑल इंडिया सर्विस में शामिल होंगे। सोशल वर्कर बनेंगे। मैं देखता हूं, जो मनचले लड़के होते हैं। वह पूरा माहौल खराब कर देते हैं। लड़कियों के साथ में बदतमीजी करते हैं। हमने कल ही डीजी पुलिस को होम सेक्रेटरी को मनचलों का इलाज करने के आदेश दिए हैं।अब इन लोगों के नाम राजस्थान लोक सेवा आयोग, कर्मचारी चयन बोर्ड और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करा रही संस्थाओं को भी भेजे जाएंगे। इन जैसे लड़कों को सरकारी नौकरी नहीं मिल सके। मनचले लोग लड़कियां बहन-बेटियां जो पढ़ने आती है। उनसे बदतमीजी करते हैं। छेड़छाड़ करते हैं, वह हम किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेंगे।
राजस्थान में जानबूझकर बनाया जा रहा माहौल
उन्होंने कहा- यह माहौल राजस्थान में जानबूझकर के बनाया जा रहा है। जबकि राजस्थान बहुत ही शांतिप्रिय प्रदेश है। राजस्थान की मणिपुर से तुलना करके बदनाम करने की कोशिश हो रही है। कुछ घटनाएं हो रही, लेकिन हर राज्य में घटनाएं हो रही हैं। इनको मध्यप्रदेश की घटनाएं नहीं दिखती। बीजेपी के पूर्व विधायक का बेटा उसमे शामिल है। जोधपुर में दो-तीन लड़के एबीवीपी के थे। उन्होंने बच्ची का गैंगरेप कर दिया। यह इसका जिक्र नहीं करेंगे। अलवर के अंदर बजरंग सेना बनी हुई है। उसके कार्यकर्ता ने रेप किया।
परिवार भी बच्चों का ध्यान रखे
गहलोत ने कहा- यह जो रेप और अत्याचार हो रहा है। इसे हम सबको मिलकर ठीक करना होगा। समाज को मोटिवेट और शिक्षित करने की जरूरत है। परिवार में बच्चों बच्चियों का ध्यान रखे। लड़के-लड़कियां बिना पूछे घर से चले जाते हैं। ऐसी नौबत नहीं आनी चाहिए। परिवार के लोगों को भी समझना चाहिए कि वह अपने बच्चों के दिल दिमाग में क्या है। उसका ख्याल जरूर रखें।
उन्होंने कहा- कुछ बच्चे आत्महत्या कर रहे हैं। कुछ बच्चे एक दूसरों को मार रहे हैं। यह घटना तभी रुक सकती है। जब मां-बाप का दिल बड़ा हो। आप मान लीजिए अगर किसी का लव अफेयर है। मां-बाप को समझाने की कोशिश करनी चाहिए। उन्हें शादी करने की छूट देनी चाहिए। मां-बाप बच्चों पर प्रेशर बनाते हैं। बच्चे घर से बाहर निकल जाते हैं। जैसे ब्यावर की घटना थी। लड़का लड़की दोनों माइनर थे। दोनों जोधपुर चले गए। वहां से अहमदाबाद जा रहे थे। रास्ते में उनके साथ घटना हो गई। यह घटना किस वजह से हो रही है। हम लगातार इसकी स्टडी कर रहे हैं। इन्हें रोकने के लिए हम हर संभव प्रयास कर रहे हैं।
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राजस्थान की पुलिस कर रही अच्छा काम
गहलोत ने कहा- राजस्थान पुलिस बहुत अच्छा काम कर रही है। अपराधियों को कुछ ही घंटों में पकड़ लिया जाता है। यह कम बात नहीं है। भीलवाड़ा की घटना में भी राजस्थान पुलिस ने रात तक सभी आरोपियों को पकड़ लिया था। पुलिस और क्या कर सकती है। सिर्फ अपराधियों को पकड़ ही तो सकती है। अपराधियों पर एक्शन करने में राजस्थान की पुलिस नंबर वन है। इस तरह की घटनाएं देश के सभी राज्यों में होती हैं।

मणिपुर की घटना को दबाना चाहती है केंद्र सरकार
उन्होंने कहा- केंद्र सरकार सिर्फ मणिपुर की घटना से दबाना चाहती है। वहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने बड़ा ब्लंडर किया है। यह वहां जाकर फॉर्मेलिटी कर वापस आ गए। 80 दिन से ज्यादा वक्त से मणिपुर जल रहा है। 100 से ज्यादा रेप की घटनाएं हो चुकी है। 4000 से ज्यादा एफआईआर दर्ज हो चुकी है। दो समुदाय आपस में लड़ रहे हैं। उनके पास हथियार पहुंच चुके हैं। एके-47 जैसी आधुनिक बंदूके उनके पास हैं। बीजेपी के लोग राजस्थान और छत्तीसगढ़ को मणिपुर से कंपेयर करते हैं। यह ओछी राजनीति है, जिसे हम अस्वीकार करते हैं।राजस्थान में हम लोग ध्यान रख रहे हैं। जो लोग इस तरह की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। उन्हें किसी भी सूरत में नहीं छोड़ा जाएगा। मैंने पुलिस को भी सख्त निर्देश दिए हैं। जो मनचले और गैंग बनाकर किडनैपिंग और अन्य अपराधों को अंजाम दे रहे हैं। उसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करना है।हमारे यहां चालान पेश टाइम पर होता है। भीलवाड़ा की घटना में जल्द से जल्द चालान पेश कर कोर्ट में रिक्वेस्ट करेंगे। ताकि 1 महीने में फैसला हो। चाहे जोधपुर की घटना हो या भीलवाड़ा की। ऐसी तमाम घटनाओं पर सरकार गंभीरता से लेकर इन पर एक्शन कर रही है।
मुनेश गुर्जर पर हुई कार्रवाई पर सीएम बोले- एसीबी शानदार काम कर रही
मेयर मुनेश गुर्जर पर हुई करवाई के बाद सीएम गहलोत ने कहा- राजस्थान एसीबी शानदार काम कर रही है। भ्रष्टाचार के मामले में उत्तर प्रदेश में किसी भी अधिकारी को गिरफ्तार नहीं किया गया। क्योंकि वहां उसे गिरफ्तार करने से पहले मुख्यमंत्री से परमिशन मांगी जाती है। क्या उन राज्यों में करप्शन नहीं है। क्योंकि वहां मुख्यमंत्री किसी को गिरफ्तार करने की परमिशन ही नहीं देते हैं।
हमारे यहां एसीबी में ना तो मुख्यमंत्री ना ही गृहमंत्री का दखल है। राजस्थान का गृहमंत्री मैं खुद हूं, लेकिन एसीबी को किसी मामले के लिए मेरे पास आने की जरूरत नहीं है। राजस्थान में कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, आरपीएससी मेंबर, मेयर के पति समेत आला अधिकारी अरेस्ट हो चुके हैं। केंद्र सरकार के अधिकारी भी राजस्थान में काम कर रहे हैं। उनको भी गिरफ्तार करने की पावर राजस्थान एसीबी के पास है। भले ही वह केंद्र सरकार के अधिकारी ही क्यों ना हो। राजस्थान पुलिस और एसीबी की टीम अपनी पावर का पूरा इस्तेमाल कर रही है।