


हनुमानगढ़। हथकढ़ शराब के धंधे का विरोध करना एक युवक को महंगा पड़ गया। हथकढ़ शराब का धंधा करने वालों ने युवक को पकड़ बंधक बना लिया और लाठी-डंडों से वार कर हाथ-पैर तोड़ दिए। मुकदमा दर्ज करवाने पर झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दी। युवक के पिता ने सदर पुलिस थाने में दो महिलाओं सहित 7 लोगों के खिलाफ नामजद और 10-12 अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया गया है।
जानकारी के अनुसार भगवान सिंह (62) पुत्र शेरसिंह रायसिख निवासी 11 एसटीजी डबलीबास कुतुब ने सोमवार शाम को लिखित रिपोर्ट दी कि उसका पुत्र रमेश सिंह उसके साथ रहता है और परचून की दुकान करता है। छिन्द्रपाल सिंह पुत्र जगदीश सिंह, भगवानी देवी बावरी आदि लोग हथकढ़ शराब का अवैध धंधा करते हैं। यह शक करते हैं कि पुलिस से उनकी अवैध शराब पकड़वाने के लिए उसका पुत्र रमेश शिकायत करता है। इस कारण यह लोग काफी समय से उसके पुत्र रमेश सिंह से रंजिश रखते हैं।
रमेश सिंह बाइक पर गांव डबलीबास कुतुब में दुकान का सामान लेने गया था। सुबह करीब 11.30 बजे बाजार से रमेश सिंह वापस घर की तरफ आ रहा था। जैसे ही रमेश सिंह डबलीबास कुतुब में डॉ. बराड़ के घर के पीछे चौक पर पहुंचा तो वहां पहले से घात लगाकर बैठे छिन्द्रपाल सिंह, उसकी पत्नी पूजा, चाचा का लडक़ा रमेश सिंह, बुआ का बेटा सुनील सिंह, सुनील सिंह पुत्र बल्ला सिंह, सुनील कुम्हार निवासी घड़साना हाल डबलीराठान, भगवानी देवी बावरी और 10-12 अन्य लोग हथियारों से लैस होकर आए और चौक पर उसके पुत्र रमेश सिंह को घेरकर रोक लिया। बाइक से नीचे गिरा दिया। फिर जबरदस्ती उठाकर पास में बने भगवानी देवी के घर ले गए। वहां पर उसके पुत्र रमेश सिंह को घर में बंधक बनाकर लाठी-डण्डों से बहुत बुरी तरह पीटा।
चोटें मारकर उसके पुत्र रमेश सिंह के दोनों हाथ और दोनों पैर तोड़ दिए और जेब से 5 हजार रुपए निकाल लिए। छिन्द्रपाल सिंह ने उसके पुत्र रमेश सिंह की कनपटी पर पिस्तौल लगाए रखी। इस कारण वह हमलावरों का विरोध नहीं कर पाया। इन लोगों ने उसके पुत्र रमेश सिंह को धमकी दी कि अगर कोई कानूनी कार्रवाई की तो तुझे रेप के झूठे मुकदमे में फंसा देंगे। मारपीट के कारण उसके पुत्र रमेश सिंह के सिर में चोट लगी। इस कारण वह बेहोश हो गया। रमेश सिंह के मामा के पुत्र सुरेन्द्र सिंह उर्फ छिंदू को इस घटना का पता लगा तो वह बलविन्द्र सिंह को साथ लेकर भगवानी देवी के घर पहुंचा। वहां पर इन लोगों ने उसके पुत्र रमेश सिंह को बंधक बना रखा था और उसके साथ मारपीट कर रहे थे।
सुरेन्द्र सिंह और बलविन्द्र सिंह ने उसके पुत्र रमेश सिंह को बचाने का प्रयास किया तो इन लोगों ने दोनों को भी धमकी कि पुलिस को इसकी सूचना दी तो तुम सबके लिए अच्छा नहीं होगा। इसके बाद सुरेन्द्र सिंह और बलविन्द्र सिंह बेहोश हो चुके उसके पुत्र रमेश सिंह को उठाकर हनुमानगढ़ के निजी अस्पताल पहुंचे और भर्ती कराया। उसके बेटे का अब भी अस्पताल में उपचार चल रहा है। भगवान सिंह के अनुसार अवैध शराब के धंधे का विरोध करने पर इन लोगों ने उसके पुत्र रमेश सिंह पर जानलेवा हमला किया और उसके दोनों हाथ-पैर तोड़ दिए। पुलिस ने मारपीट व छीनाझपटी सहित अन्य आरोप संबंधी धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है। जांच डबलीराठान पुलिस चौकी प्रभारी एएसआई रामपाल कर रहे हैं।
