


हनुमानगढ़। वेतन-भत्तों की विसंगति दूर करने की मांग को लेकर जेल प्रहरियों की भूख हड़ताल शनिवार को चौथे दिन भी जारी रही। – वेतन-भत्तों की विसंगति दूर करने की मांग को लेकर जेल प्रहरियों की भूख हड़ताल शनिवार को चौथे दिन भी जारी रही।हनुमानगढ़ जिला जेल में वेतन-भत्तों की विसंगति दूर करने की मांग को लेकर जेल प्रहरियों की भूख हड़ताल शनिवार को चौथे दिन भी जारी रही। बेमियादी समय के लिए मैस का बहिष्कार कर कारागार विभाग के कर्मचारी ड्यूटी का कर रहे हैं। अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ (एकीकृत) के बैनर तले जेल परिसर में भूख हड़ताल पर बैठे जेल कर्मियों की हालत में अब धीरे-धीरे गिरावट दर्ज की जा रही है। शनिवार को डॉक्टरों की टीम ने भूख हड़ताल कर रहे जेल कर्मियों के स्वास्थ्य की जांच की। भूख हड़ताल पर बैठे जेल कर्मियों ने लिखित आश्वासन नहीं मिलने तक आंदोलन जारी रखने की चेतावनी दी। जिला कारागृह के जेलर अमराराम भाटी ने बताया कि 1998 से जेल कर्मियों के वेतन को लेकर विसंगति चल रही है। 1998 से पहले जेल और पुलिस कर्मियों का वेतन पहले बराबर था। उसके बाद से वेतन विसंगति होने के कारण जेल कर्मियों का वेतन धीरे-धीरे कम होता गया। इस साल जनवरी महीने में भी जेल कर्मियों ने आंदोलन किया था। तब राज्य सरकार ने आश्वासन दिया था कि वेतन विसंगति जल्द दूर कर दी जाएगी, लेकिन 6 महीने बीतने के बाद भी वेतन विसंगति दूर नहीं हुई। बीच में एक आदेश भी आया था कि जेल कर्मियों की मांगें उचित नहीं हैं। इस पर जेल कर्मियों ने दोबारा संगठित होकर ड्यूटी का निर्वहन करते हुए अन्न का त्याग करने का निर्णय लिया। राज्य सरकार से मांग की जा रही है कि वेतन विसंगति दूर कर जेल कर्मियों को पुलिस कर्मियों के बराबर वेतन दिया जाए। इस मांग को पूरा करवाने के लिए जेल कर्मी 21 जून से भूख हड़ताल कर रहे हैं। जब तक उनकी मांग पूरी नहीं हो जाती और लिखित में वेतन विसंगति दूर नहीं की जाएगी, तब तक भूख हड़ताल जारी रहेगी। इस मौके पर प्रहरी रामप्रताप सहित जेल के कर्मचारी मौजूद रहे।
