


श्रीगंगानगर। जिले में नए शिक्षा सत्र 2023-24 से 39 महात्मा गांधी सरकारी स्कूल अंग्रेजी माध्यम का संचालन शुरू हो जाएगा। इन स्कूलों में शिक्षा विभाग की ढिलाई इस कदर हावी है कि इन स्कूलों में अभी तक शिक्षकों व स्टाफ सदस्यों की नियुक्तियां ही नहीं की गई है। हैरानी की बात है कि विभाग ने 12 मई को लॉटरी निकालकर बच्चों को प्रवेश भी दे दिया है।यही हाल पूरे प्रदेश का है। इन नए स्कूलों में शिक्षक नहीं लगाए जाने की वजह से यहां आवेदनों की संख्या भी कम रही है। विभाग के अधिकारियों को भी जब इस बारे में सवाल जवाब किए जाते है तो उनके पास भी कोई संतोषजनक जवाब भी नहीं है। सूत्रों के अनुसार जिले में संचालित 22 महात्मा गांधी स्कूलों में करीब 30 प्रतिशत पद खाली पड़े है। इन स्कूलों में पढऩे वाले विद्यार्थियों की संख्या करीब 6 हजार से ज्यादा है।पहले से खुले 22 स्कूलों में भी 30 फीसदी पद रिक्त चल रहे हैं महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय अंग्रेजी मीडियम शिक्षकों के पदस्थापन कब शुरू होंगे अभी तक किसी के पास कोई भी स्पष्ट जानकारी नहीं है। वहीं, जिले की सरकारी स्कूलों में 17 मई से ग्रीष्मकालीन छुट्टियां भी शुरू हो जाएंगी। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि 1 जुलाई से पहले इन स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्तियां की जा सकती है।यदि स्कूलों में नियुक्तियां समय पर नहीं हुई तो बच्चों की पढ़ाई बाधित होना तय है। बता दें कि इन स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्तियां इंटरव्यू के जरिए की जाती है। इसके लिए जिला शिक्षा अधिकारियों व प्रधानाचार्यों की एक कमेटी बनाई जाती है जो कि इन शिक्षकों के इंटरव्यू लेते हैं।जिले के प्रत्येक नए स्कूल में 23 पदों पर हो सकती है नियुक्तियां: जानकारी के अनुसार जिले में महात्मा गांधी राजकीय स्कूलों में प्रिंसिपल सहित 23 पद दिए जा सकते है। इसमें 6 वरिष्ठ अध्यापक, एक वरिष्ठ शारीरिक शिक्षक, एक वरिष्ठ सहायक, लेवल- 2 शिक्षक दो, अध्यापक लेवल वन 5, पुस्तकालयाध्यक्ष एक, प्रयोगशाला सहायक एक, अध्यापक ग्रेड थर्ड कंप्यूटर योग्यताधारी एक, एक कनिष्ठ सहायक व तीन पद सहायक कर्मचारी के निधार्रित हो सकते हैं। विभाग कब और कैसे शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया को शुरू करता है।योग्य स्टाफ के अभाव में अंग्रेजी माध्यम में परिवर्तन समाज एवं छात्र हित में नहीं: राजस्थान शिक्षक संघ के प्रदेश कोषाध्यक्ष राधेश्याम यादव ने बताया कि वर्तमान में राज्य सरकार द्वारा बिना न्याय संगत प्रक्रिया के अंधाधुंध तरीके से अंग्रेजी माध्यम विद्यालय खोले जा रहे हैं तथा उनमें प्रवेश प्रक्रिया शुरू की गई है। लेकिन उन विद्यालयों में योग्य स्टाफ के अभाव में उनका अंग्रेजी माध्यम में परिवर्तन समाज एवं छात्र हित में नहीं है। इस पर राज्य सरकार को गौर करना चाहिए और सभी स्कूलों में अध्यापक-स्टाफ लगाना चाहिए।प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों के लिए नया संकट: एक्सपर्ट राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय के जिलामंत्री सुरेंद्र खिलेरी ने बताया कि नवस्थापित महात्मा गांधी विद्यालयों में लॉटरी के द्वारा प्रवेश प्रक्रिया सम्पन्न हो चुकी है लेकिन इन विद्यालयों में ना तो अभी तक शिक्षकों का पदस्थापन किया गया और ना ही इन विद्यालयों में शिक्षकों के पद स्वीकृत किए गए हैं। जिससे नए सत्र में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों के समक्ष पढ़ाई का संकट बना हुआ है। खिलेरी ने बताया कि गुणवत्तापूर्ण अंग्रेजी शिक्षा प्राप्त करने के उद्देश्य से अभिभावकों ने अपने बच्चों का इन विद्यालयों में प्रवेश कराया है।लेकिन सरकार की उदासीनता और विभाग की लापरवाही के चलते इन विद्यालयों में स्टाफ का पदस्थापन ना होने के कारण नवप्रवेशित विद्यार्थियों के समक्ष एक निराशा और असमंजस की स्थिति पैदा हो गई है। सरकार को इन विद्यालयों में तुरंत पद स्वीकृत कर शिक्षकों का पदस्थापन करना चाहिए। ताकि जुलाई माह से इन बच्चों की पढ़ाई सुचारू पूर्ण रूप से शुरू हो सके।
