


जोधपुर। चोरों ने मकान की अलमारी का ताला तोड़कर ज्वेलरी चुरा ली।पुलिस कमिश्नरेट के चौपासनी हाउसिंग बोर्ड थाने में मकान में चोरी की मामला सामने आया है। घटना हुई उस समय परिवार के लोग शादी में अजमेर गए हुए थे। पीछे से मौका पाकर चोर अंदर घुसे और सोने चांदी की ज्वेलरी चुरा कर ले गए। चोरी हुए माल की कीमत 17 से 18 लाख बताई जा रही है।थाने में दी रिपोर्ट में जयंती आसवानी ने बताया कि वह परिवार सहित पिछले 5 साल से चौपासनी क्षेत्र में नेहरू नगर रह रही है। 8 सितंबर को अपने परिवार के साथ शादी में अजमेर गई थी। 11 सितंबर को दोपहर के समय उनके पड़ोसी ने फोन कर सूचना दी कि उनके घर के कांच का दरवाजा टूटा हुआ है। घर का सामान भी बिखरा हुआ था। इसकी सूचना उन्होंने अपने देवर और भाई को दी। उन्होंने जोधपुर पहुंचकर सामान चेक किया तो सोने चांदी के आभूषण गायब मिले।चोरी के बाद मकान में बिखरा पड़ा सामान। घटना के समय मकान के सीसीटीवी कैमरे बंद थे।चोर 10 सितंबर की अलसुबह 2 बजे घुसे थे। घटना हुई उस समय घर के सीसीटीवी कैमरे बंद थे। पड़ोस के कैमरे चेक करने पर बाइक सवार चोर मकान में घुसते नजर आए। चोर घर से हाथों के दो कंगन, हार, अंगूठी, ब्रेसलेट सहित 17- 18 लाख का सामान चुरा कर ले गए। इसके अलावा 1 लाख रुपए रोकड भी साथ ले गए।चोरी की वारदात के बाद चौपासनी हाउसिंग बोर्ड थाना पुलिस भी पहुंची और मौका मुआयना किया। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस चोरों की तलाश में जुटी हुई है। पुलिस ने एक संदिग्ध को हिरासत में लिया है।इधर सूरसागर थाना क्षेत्र में भी मकान में चोरी का मामला सामने आया है। थाने में दी रिपोर्ट में सुआ पत्नी कानाराम भील निवासी चौपड़ भाकरी ने बताया कि 11 सितंबर को रात 10 बजे परिवार के लोग छत पर सो गए थे। सुबह 6:00 बजे उठकर देखा तो घर के ताले टूटे हुए थे और सामान बिखरा हुआ था। चोर एक तोला वजनी टॉप्स, सवा तोला वजनी सोने की कंठी, अंगूठी, फिनी, कानों के लूंग सहित 2 किलो चांदी के आइटम चुराकर ले गए। इसके अलावा 20 हजार रुपए भी ले गए।मंगलवार को प्रताप नगर थाना क्षेत्र में कमला नेहरू नगर के मकान में चोरी की बड़ी वारदात सामने आई थी।बता दें की चोर इन दिनों सूने मकानों को निशाना बना रहे हैं। मंगलवार को भी प्रतापनगर थाना क्षेत्र में टिंबर व्यापारी के घर भी चोरी की वारदात हो गई। चोर यहां से 80 से 90 तोला सोना, 3 किलो चांदी सहित 2 लाख रुपए नगद चुराकर ले गए। घटना हुई तब मकान में रहने वाले लोग गमी में गए हुए थे।
