


जोधपुर।पीड़ित का आरोप है कि थाने जाने पर पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया। अब कोर्ट के आदेश पर मामला दर्ज किया गया है। जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट के कुड़ी थाने में बेटी की शादी के लिए ज्वेलरी बनवाने के नाम पर एक व्यक्ति के साथ ठगी का मामला सामने आया है। आरोप है कि पीड़ित को नकली सोना दिया गया। इसका पता चलने के बाद पीड़ित ने थाने में परिवाद दिया लेकिन पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया। अब कोर्ट के आदेश पर मामला दर्ज हुआ है। एफआईआर में सैयद ने बताया कि वह कुड़ी भगतासनी हाउसिंग बोर्ड में खाने का ठेला लगाता है। यहां पर राज खान के साथ आने वाली रेशमा और सुमन रज्जाक नाम की महिला से उसकी जान पहचान हो गई। सस्ता सोना देने का झांसा बातों बातों में उसने बताया कि उसकी बेटी की शादी दिसंबर जनवरी में तय की गई है। इस पर आरोपियों ने उसे बताया कि उनके पास लोग सोना गिरवी रख कर पैसे ले जाते हैं। कई बार पैसों की व्यवस्था नहीं होने पर सोना छुड़वाकर नहीं ले जाते हैं। इसलिए हम तुम्हें सस्ते में सोना दे देंगे। पीड़ित ने आरोप लगाया कि उनकी बातों में आकर राज खान के कहे अनुसार महिला सुमन रज्जाक के खाते में 2 मई को 49 हजार 2 बार जमा करवाए। उसके बाद 4 मई को 6000, 10 मई को 20 और 30 हजार रुपए सहित कुल 1 लाख 54 हजार जमा करवाए।
कुल 3.54 लाख रुपए दिए

इसके बाद रेशमा के निवास पर 2 लाख रुपए नगद दिए। इस तरह से उसने कुल 3 लाख 54 हजार रुपए सोना खरीदने के लिए दिए थे। आरोप है कि पैसे देने के कुछ दिनों बाद उसे आरोपियों ने सोने की बाजूबंद और 4 सोने की चूड़ियां दी। इसके साथ ही उसे सोने का एक बिस्किट भी दिया। उसने कहा कि एक महीने तक गोल्ड बिस्किट और सोने का पैकेट नहीं खोलना है। बताया कि जो लोग गिरवी रखकर पैसे ले गए हैं, वो एक माह तक पैसे नहीं चुकाएंगे तो ये सोना आपका हो जाएगा।
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बोला- एक महीने तक पैकेट मत खोलना इसके बाद इस पैकेट से सोना निकलकर अपने हिसाब से सोना बना लेना। संदेह होने पर जब पीड़ित सोने के बिस्किट को लेकर सोना बनवाने के लिए गया तो पता चला कि यह नकली है। सोने का बाजूबंद और चूड़ियों की भी जांच करवाने पर नकली पाई गई।इस पर वह आरोपियों के घर गया तो उन्होंने दो चेक दिए। जिसको बैंक में लगाया तो खाते ब्लॉक मिले। अपने पैसे वापस मांगने पर उन्होंने पैसे देने से मना कर दिया।परेशान होकर पीड़ित कुड़ी थाने पहुंचा लेकिन परिवाद देने के बावजूद पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया। इसके बाद 28 जून को डाक से भी पुलिस कमिश्नर और कुड़ी थाना अधिकारी को रिपोर्ट भेजी गई लेकिन मामला दर्ज नहीं किया गया। इस पर पीड़ित ने कोर्ट की शरण ली। जहां अब कोर्ट के आदेश पर कुड़ी थाने में मामला दर्ज किया गया है।