


जोधपुर।जोधपुर के बासनी थाना क्षेत्र के सालावास रोड पर गैस लीकेज होने की सूचना से हड़कंप मच गया। सूचना पर बासनी थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची। वहीं गैस पाइप लाइन कंपनी के प्रतिनिधि भी मौके पर पहुंचे और गैस पाइपलाइन ठीक करने का काम शुरू किया। इसी लाइन से बासनी औद्योगिक क्षेत्रों की इकाइयों में गैस सप्लाई जाती है। गनीमत रही कि बड़ा हादसा टल गया। बिना अनुमति कर रहे थे सफाई दरअसल बासनी में एक फैक्ट्री में कपड़ा धुलाई फैक्ट्री की ओर से यह खुदाई करवाई जा रही थी। जेपीएनटी की ओर से बिछाई वेस्ट पानी लाइन चोक हो गई थी। कंपनी ने यहां पर सड़क खुदवाकर काम शुरू कर दिया। मौके पर गैस कंपनी के चेतावनी बोर्ड लगे होने के बावजूद कंपनी ने गैस पाइपलाइन अधिकारियों को सूचना नहीं दी। खुदाई के लिए परमिशन भी नहीं ली।गनीमत रही कि बड़ा हादसा होने से टल गया। टैक्स्टाइल कंपनी की लापरवाही को लेकर अब गैस कंपनी की ओर से मामला दर्ज करवाया जा रहा है। आज सुबह 9 बजे यहां जेसीबी से खुदाई शुरू की। चार पांच फीट खुदाई के बाद यहां पर गैस की पाइप लाइन का पाइप क्षतिग्रस्त हो गया। इससे गैस निकलने शुरू हो गई और आसपास के जगह पर गैस की गंध फैलने लगी। इधर जेसीबी वाला मौके से जेसीबी लेकर फरार हो गया। वहीं गैस लीक होते देख पास के केबिन संचालक और अन्य लोग डर के मारे भाग छूटे। लगभग आधे घंटे बाद गैस कंपनी के प्रतिनिधि पहुंचे और गैस सप्लाई बंद करवाई फिलहाल यहां पर गैस पाइप लाइन दुरुस्त करने का काम शुरू किया। गैस पाइपलाइन क्षतिग्रस्त करने के लिए 3 साल का जुर्माना और 25 करोड़ के जुर्माने का प्रावधान है। मामले में एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी। कंपनी प्रतिनिधि ने बताया इस तरह के मामलों में गैस कंपनी से परमिशन ली जानी चाहिए। पाइपलाइन कंपनी के कर्मचारी मौके पर मौजूद रहते हैं और गाइड करते हैं। जिससे किसी भी अप्रिय घटना पर तुरंत ही उसे रोका जा सकता है। यहां पर हुई घटना को लेकर टैक्स्टाइल कंपनी ने गैस कंपनी को सूचित भी नहीं किया। कंपनी के विरुद्ध एफआइआर दर्ज करवाई जाएगी।जहां से गैस का रिसाव हुआ उसके कुछ ही कदम दूरी पर 33 किलो वाट बिजली का खंभा है। जरा सी चूक किसी बड़े हादसे को अंजाम दे सकती थी। सावधानी के तौर पर यहां फायर ब्रिगेड टीम भी पहुंची।
