


सोमवार को भारतीय शेयर बाजार के बेंचमार्क इंडेक्स में गिरावट देखी गई। सेंसेक्स 941.88 अंक (1.18%) की गिरावट के साथ 78,782.24 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 309.00 अंक (1.27%) टूटकर 23,995.35 पर बंद हुआ। विदेशी निवेशकों की बिकवाली और अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से पहले बाजार में अस्थिरता के कारण यह गिरावट आई। सत्र के दौरान सेंसेक्स लगभग 1,500 अंक तक गिरा था, लेकिन बाद में कुछ हद तक संभलने में कामयाब रहा।
अक्टूबर में विदेशी निवेशकों ने भारतीय शेयर बाजार से 94,000 करोड़ रुपये की निकासी की, जो अब तक की सबसे बड़ी निकासी रही। उच्च मूल्यांकन और चीनी शेयरों के आकर्षक मूल्य ने इस निकासी में योगदान दिया। इसके साथ ही, चीन की नेशनल पीपुल्स कांग्रेस की बैठक से यह उम्मीद भी जुड़ी है कि वे अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए बड़े आर्थिक कदम उठा सकते हैं।

विशेष ‘मुहूर्त ट्रेडिंग’ सत्र के दौरान बीएसई में 335.06 अंकों की बढ़त देखी गई थी, जिससे बाजार में दिवाली पर नई संवत 2081 की शुरुआत की प्रतीकात्मक खुशी देखी गई।