


हनुमानगढ। हनुमानगढ़ के धोलीपाल गांव में सरपंच के साथ चल रहे भूखण्ड विवाद को लेकर शनिवार को बुजुर्ग दंपती पानी की टंकी पर चढ़ गए। टंकी पर अपनी पत्नी के साथ चढ़े देवीलाल पुत्र भीयाराम जाट ने गांव के बस स्टैंड के पास स्थित उसके भूखण्ड का फर्जी पट्टा बनवाकर कब्जा और निर्माण करने का आरोप लगाया। उसके भूखण्ड पर निर्मित की गई दुकान बंद नहीं करवाने पर देवीलाल ने पत्नी सहित आत्मदाह करने की चेतावनी दी। मौके पर सदर पुलिस थाना से पहुंचे अधिकारियों ने देवीलाल और उसकी पत्नी के साथ समझाइश कर नीचे उतारने के प्रयास शुरू किए। टंकी पर चढ़े देवीलाल ने बताया कि उसने 1985 में धोलीपाल गांव में भूखण्ड संख्या सी-77 खरीदा था। ग्राम पंचायत धोलीपाल के वर्तमान सरपंच महावीर सिंह पुत्र काशीराम ने अपने पिता काशीराम के नाम से एक फर्जी पट्टा इस भूखण्ड का बना लिया। इस भूखण्ड का विवाद ग्राम न्यायालय हनुमानगढ़ में चल रहा है। न्यायालय ने निर्माण कार्य पर स्थगन आदेश जारी किया था, लेकिन सरपंच महावीर ने अपील कर स्थगन में कार्रवाई निरस्त करवा ली। इस पर उसने राजस्थान उच्च न्यायालय जोधपुर में अपील की है। इसके अलावा एडीएम कोर्ट में रिवीजन भी की है। इसमे एडीएम ने 27 जून को स्थगन जारी किया था, लेकिन इस स्टे ऑर्डर के बाद सरपंच की ओर से अपने प्रभाव से जबरदस्ती निर्माण कार्य करवा लिया। देवीलाल के अनुसार भूखण्ड संख्या सी-77 उसका है, लेकिन अपने प्रभाव का दुरुपयोग कर महावीर उस पर काबिज होकर जबरदस्ती पेस्टीसाइड की दुकान खोलना चाहता है। महावीर की ओर से इस दुकान का 30 जुलाई को मुहूर्त तय किया गया है। मुहूर्त कार्यक्रम में विधायक, जिला प्रमुख, पंचायत समिति प्रधान को आमंत्रित किया गया है। देवीलाल के अनुसार इस भूखण्ड को लेकर विवाद चल रहा है। ऐसे में विधायक और अन्य को मुहूर्त में नहीं आने का भी उसने आग्रह किया है। अगर फिर भी वे आते हैं तो उनके खिलाफ राजस्थान उच्च न्यायालय जोधपुर कार्रवाई करेगा। देवीलाल ने कोर्ट का फैसला आने तक उसके भूखण्ड पर बनाई गई दुकान को बंद करवाने की मांग प्रशासन से की। साथ ही धमकी दी कि अगर मांग नहीं मानी गई तो वे पति-पत्नी तेल छिडक़कर आग लगाकर आत्मदाह कर लेंगे। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे तहसीलदार हरदीप सिंह, सदर पुलिस थाना प्रभारी तेजवन्त सिंह, एएसआई प्रकाश चन्द स्वामी और पंचायत स्टाफ ने टंकी पर चढ़े पति-पत्नी से समझाइश की।
