


हनुमानगढ़।इलेक्ट्रॉनिक्स सामान बेचने का व्यापार शुरू करने के लिए पार्टनर बनाने पर दोस्त ने दोस्त के साथ 6 लाख रुपए की धोखाधड़ी की।पार्टनरशिप में इलेक्ट्रॉनिक्स सामान बेचने का व्यापार शुरू करने के नाम पर एक व्यक्ति ने अपने ही दोस्त से 6 लाख रुपए की धोखाधड़ी की। आरोपी ने रुपए लेने के बाद भी व्यापार के लाभांश में 50 प्रतिशत का हिस्सा नहीं दिया और ना ही उसके रुपए लौटाए। इस मामले में जंक्शन पुलिस थाना में 6 लाख से अधिक रुपए की ठगी करने के आरोप में मामला दर्ज हुआ है।सुभाष चन्द्र (63) पुत्र देशराज अरोड़ा निवासी वार्ड 7, हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, हनुमानगढ़ जंक्शन ने रिपोर्ट दी कि वह राजस्थान रोडवेज का रिटायर्ड कर्मचारी है। उसके घर पर मोहित डोडा पुत्र देवेन्द्र अरोड़ा निवासी हाउसिंग बोर्ड का आना-जाना था। उसका बेटा कपिल मिड्ढा और मोहित डोडा पहले एक साथ ड्रीम इंडिया स्कूल प्रोजेक्ट साल 2014-15 में काम करते थे। तभी से दोनों के बीच दोस्ती थी। 2015 के बाद से ही मोहित डोडा और कपिल मिड्ढा ने ड्रीम इंडिया प्रोजेक्ट छोड़ दिया। मोहित कुमार ने विनायक मोबाइल के नाम से हनुमानगढ़ जंक्शन बस स्टैंड के पास दुकान खोली है। मोहित डोडा अक्सर उसके घर पर आकर कहता कि आपका बेटा कपिल मिड्ढा बेरोजगार है। वह दोनों मिलकर इलेक्ट्रॉनिक्स सामान का काम कर लेंगे। इस काम में जितना भी लाभ होगा उस लाभ का 50 प्रतिशत हिस्सा उसके बेटे का होगा। साथ ही कहा कि विनायक मोबाइल के नाम से उसकी फर्म बनी हुई है। फाइनेंस कम्पनियों के साथ अच्छा संबंध है।कपिल को मार्केटिंग का अच्छा अनुभव है। इसका अच्छा फायदा उन्हें मिलेगा। नया व्यापार चलाने के लिए 10 लाख रुपए की आवश्यकता होगी। उसके बेटे कपिल मिड्ढा को उसके साथ काम करना है तो 5 लाख रुपए देने होंगे। इस पर उसने मोहित कुमार की बातों पर विश्वास करते हुए नया व्यापार चलाने के लिए परमिशन दे दी। 17 जून 2021 को उसने 5 लाख रुपए की राशि मोहित डोडा को दे दी। उसके बाद मोहित डोडा और उसके बेटे कपिल मिड्ढा ने विनायक मोबाइल की दुकान में ही इलेक्ट्रॉनिक्स सामान बेचने का काम शुरू कर दिया। मोहित डोडा सामान का फाइनेंस, फाइनेंस संबंधित कंपनियों से करवाता था। फाइनेंस किए गए सामान की राशि मोहित डोडा की फर्म विनायक मोबाइल के खाता में आती थी।उसके बेटे कपिल मिड्ढा ने कई बार मोहित से अपने इलेक्ट्रॉनिक्स सामान बेचने पर हुए लाभ का 50 प्रतिशत हिस्सा मांगा तो मोहित कहता कि अपने दोनों भाई जैसे हैं, एक साल बाद ही सारा हिसाब करेंगे। वह उसके साथ ठगी नहीं करेगा। इस दौरान मोहित डोडा ने अपनी निजी आवश्यकता बताकर उसके पुत्र कपिल मिड्ढा से अलग-अलग समय में 1 लाख 34 हजार रुपए भी ले लिए। उसके बेटे ने कई बार मोहित से कहा कि उनका लाखों रुपए का कारोबार हो चुका है। उसे रुपए की आवश्यकता है, हिसाब कर उसके हिस्से का लाभ दे दो। इस पर मोहित आजकल की बात कहकर टालता रहा। 3 अप्रैल को उसके बेटे ने मोहित से अपना लाभ और नकद दिए गए 1 लाख 34 हजार रुपए मांगे तो मोहित ने कपिल को दुकान से बाहर निकाल दिया और कहा कि वह न तो कोई लाभ देगा और न ही रुपए देगा। इस पर उसने 2 जून को पंचायत की। पंचायत में उसने और उसके बेटे ने नकद राशि और लाभ मांगा तो मोहित डोडा ने देने से इनकार कर दिया। स्टॉक में बचा हुआ सामान भी नहीं देने की बात कही। सुभाष चन्द्र के अनुसार मोहित डोडा ने उसके बेटे से 6 लाख 34 हजार रुपए, लाभ और स्टॉक सामान की ठगी कर ली है। पुलिस ने धोखाधड़ी के आरोप में संबंधी धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच एएसआई शिवनारायण को सौंपी है।
