



नागौर।नाबालिग आरोपी दोनों को जान से मारना चाहता था लेकिन गनीमत रही कि दोनों बच गए।नागौर में एक नाबालिग ने रिश्ते में ताई और बहन को गोली मार दी। गनीमत थी कि उसका निशाना चूक गया और गोली दोनों के पैरों में जा लगी।प्रारंभिक जानकारी में सामने आया कि नाबालिग उसके परिवार में 2016 में हुए एक मर्डर का बदला लेने आया था।घटना जिले के कुचेरा थाना क्षेत्र के सिंधलास गांव स्थित पंवारों की ढाणी में बुधवार सुबह 6 बजे की है। घटना के बाद घायल मां-बेटी को नागौर के जेएलएन अस्पताल लाया गया, जहां से उन्हें जोधपुर के मथुरा दास माथुर हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया है। वहीं नाबालिग को भी डिटेन कर लिया है।घटना के बाद ढाणी में सनसनी फैल गई। हालांकि घटना के बाद आरोपी को डिटेन कर लिया गया है।2016 में हुआ था मर्डर, उसी का बदला लेना चाहता था डिप्टी धन्नाराम ने बताया कि नाबालिग ने सीता विश्नोई (45) और सुषमा (18) दोनों को मारने आया था। दोनों पक्ष एक ही परिवार के हैं और दोनों के खेत व घर आस-पास की है। सीता के पति पूनाराम और आरोपी नाबालिग के पति रामविलास सगे भाई है।साल 20216 में पशु घुसने की बात को लेकर दोनों परिवार में झगड़ा हो गया था। दोनों परिवारों के बीच ये झगड़ा इतना बढ़ गया कि घायल सीता की बड़ी बेटी ने नाबालिग आरोपी की मां पूनम की हत्या कर दी थी। इसी के बाद से दोनों परिवार में रंजिश चल रही थी।घटना के बाद दोनों को नागौर के जेएलएन अस्पताल लाया गया, यहां से जोधपुर रेफर कर दिया गया है।मंगलवार को मां-बेटी आए थे गांव डिप्टी ने बताया कि लगातार विवाद के चलते सीता और उसका परिवार जोधपुर शिफ्ट हो गए थे। लेकिन, गांव में खेती बाड़ी होने की वजह से वे ये यहां आते रहते थे।मंगलवार को ही सीता और सुषमा दोनों जोधपुर से गांव आए थे। बुधवार सुबह जब नाबालिग ने इन्हें देखा तो इनके बीच कहासुनी हो गई। डिप्टी ने बताया कि नाबालिग मां-बेटी को जान से मारने की नीयत से पिस्तौल लेकर आया था और वह मां की हत्या का बदला लेना चाहता था।जब दोनों पक्षों में कहासुनी बढ़ी तो नाबालिग ने पिस्तौल निकाल दोनों पर एक के बाद एक फायर कर दिए। इस दौरान चार गोली सीता और एक गोली सुषमा के पैर में लगी। घटना के बाद आरोपी ढाणी में ही छुपा था, जिसे बाद में वहीं से डिटेन किया गया।