


हनुमानगढ़।हरियाणा के ओटू हेड से 26 हजार क्यूसेक से ज्यादा पानी घग्घर नदी में छोड़ा जा रहा है, जिसके कारण नदी में लगातार पानी बढ़ रहा है। हनुमानगढ़ में घग्घर नदी में बाढ़ के खतरे को लेकर कलेक्टर, एसपी और जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता अलर्ट मोड पर है। हरियाणा के ओटू हेड में अब तक का अधिकतम पानी पहुंच गया है और ओटू हेड से घग्घर नदी में 26 हजार क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा गया है, जो सोमवार सुबह हनुमानगढ़ पहुंच गया। पूरे प्रशासन का ध्यान भी घग्घर नदी के बहाव क्षेत्र के गांवों-शहरों पर है। सभी विभागों की कुशल योजना से स्थिति नियंत्रण में हैं। लोगों का भी सहयोग मिल रहा है। उम्मीद है कि हिमाचल में लगातार बरसात नहीं हुई तो पानी सुरक्षित प्रवाहित हो जाएगा। जिला प्रशासन की ओर से बाढ़ के खतरे को देखते हुए मिट्टी के 50 हजार कट्टों की व्यवस्था की गई है। आपदा प्रबंधन की टीमों के साथ मेडिकल टीमें अलर्ट मोड पर रखी गई हैं। नागरिकों को समझाते हुए राहत सेंटरों में शिफ्ट किया जा रहा है। प्रशासन के अनुसार अभी तक जबरदस्ती किसी को राहत सेंटर में नहीं भेजा गया है, लेकिन जरूरत पड़ने पर जबरदस्ती भी गांव खाली करवाए जाएंगे। प्रशासन की ओर से आमजन से अपील की गई है कि बच्चों, बुजुर्गों, महिलाओं और मवेशियों को समय रहते दूसरी जगह शिफ्ट कर दें। आगामी आदेशों तक स्कूलों को सुरक्षा की दृष्टि से बंद किया गया है। घग्घर नदी में लगातार बढ़ रही पानी की आवक को देखते हुए जिला प्रशासन दिन-रात मुस्तैदी से कार्य कर रहा है। सभी व्यवस्थाओं और इंतजामों को बार-बार परखा जा रहा है। पिछले 3 दिनों से कलेक्टर रुक्मणि रियार सिहाग और एसपी सुधीर चौधरी खुद नदी के तटबंधों की सुरक्षा व्यवस्था जांच रहे हैं। घग्घर साइफन से पीलीबंगा तक नाली बेल्ट के पूरे 53 किलोमीटर क्षेत्र में कलेक्टर और एसपी कई बार निरीक्षण कर चुके हैं। इंटेक्स स्ट्रक्चर से घग्घर नदी का पानी इंदिरा गांधी फीडर में डालने से काफी राहत मिली है। इतिहास में पहली बार डाइवर्जन चैनल 629 आरडी के गेट खोलते हुए घग्घर नदी से इंदिरा गांधी नहर में भी पानी डालना शुरू किया गया है। इसके अलावा करीब 12 हजार क्यूसेक पानी सेम नाले में चलाया जा रहा है, ताकि हनुमानगढ़ में घग्घर के नाली बेल्ट में कम से कम पानी चले, ताकि बाढ़ की स्थिति पैदा न हो। फिलहाल जिले के नाली बेल्ट में 4800 क्यूसेक पानी चल रहा है, जबकि नाली बेल्ट की परखी हुई क्षमता 5500 क्यूसेक है। उधर, गुल्लाचिक्का हेड पर पानी की मात्रा में सोमवार को भी कुछ कमी आई, लेकिन ओटू हेड से राजस्थान के लिए पानी की मात्रा लगातार बढ़ाई जा रही है। सोमवार को गुल्लाचिक्का हेड से 50774, खनौरी हेड से 14700, चांदपुर हेड से 22050, ओटू हेड से 26650 क्यूसेक पानी प्रवाहित किया जा रहा है। नाली बेड में 4800, घग्घर साइफन में 12500, जीडीसी आरडी 42 में 7600, जीडीसी आरडी 133 में 2476, एसओजी ब्रांच में 1750 व जीडीसी आरडी 158 में 2400 क्यूसेक पानी चलाया जा रहा
