


हनुमानगढ़। घग्घर में पानी की अधिक आवक को देखते हुए शनिवार से हनुमानगढ़, टिब्बी, पीलीबंगा के स्कूलों में अनिश्चितकालीन समय के लिए छुट्टियां रहेंगी।
हनुमानगढ़ से गुजर रही घग्घर नदी में भारी मात्रा में पानी की आवक से मंडराया बाढ़ का खतरा टलने की बजाए बढ़ता जा रहा है। घग्घर में पानी की अधिक आवक को देखते हुए शनिवार से हनुमानगढ़, टिब्बी, पीलीबंगा के स्कूलों में अनिश्चितकालीन समय के लिए छुट्टियां रहेंगी। इस मामले में जिला कलेक्टर रुक्मणि रियार सिहाग की ओर से शुक्रवार को आदेश जारी किए गए। शुक्रवार सुबह हरियाणा में ओटू हैड पर अप स्ट्रीम में 20 हजार क्यूसेक पानी आ रहा था, जो लगातार बढ़ रहा है। शुक्रवार को ओटू हैड से डाउन स्ट्रीम में 17 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया। यह अतिरिक्त पानी शुक्रवार शाम तक हनुमानगढ़ जिले में पहुंच गया। शनिवार को ओटू हैड से 20 हजार क्यूसेक से अधिक पानी डाउन स्ट्रीम में छोड़े जाने की संभावना प्रशासन और जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने जताई है। शुक्रवार सुबह गुल्लाचिक्का हैड पर ओवरफ्लो पानी चल रहा था। वहीं खनौरी हैड पर 17500 क्यूसेक, चांदपुर हैड पर 16220 क्यूसेक, ओटू हैड पर 17000 क्यूसेक, घग्घर साइफन में 8100 क्यूसेक, नाली बेड में 4000, आरडी 42 जीडीसी में 4000 और एसओजी ब्रांच में 1540 क्यूसेक पानी प्रवाहित हो रहा था। शुक्रवार को भी जिला कलेक्टर रुक्मणि रियार सिहाग, पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी की अगुवाई में पूरी प्रशासनिक मशीनरी हाई अलर्ट मोड पर रही। नगर परिषद की ओर से घग्घर के आसपास के इलाकों को खाली करने के निर्देश दिए गए हैं। जिला कलेक्टर रुक्मणि रियार सिहाग ने बताया कि घग्घर में पानी की अधिक आवक को देखते हुए प्रशासन और पुलिस अलर्ट मोड पर है। स्थिति पर लगातार नजर रखकर निगरानी की जा रही है। हरियाणा-पंजाब के प्रशासन के अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित कर हर 3 घंटे बाद पानी की स्थिति की जानकारी ली जा रही है। पड़ोसी राज्यों के सिंचाई विभाग के अधिकारियों के भी सम्पर्क में हैं। उन्होंने बताया कि नाली बेड के अलावा घग्घर डायवर्जन कैनाल में डायवर्जन रहेगा। इसके साथ-साथ यह प्रयास किया जा रहा है कि पानी को डायवर्ट कर इंदिरा गांधी नहर परियोजना में डाला जाए। जिला कोक्टर ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि इस स्थिति में घबराने की नहीं बल्कि सतर्क रहने की आवश्यकता है। उत्तरी भारत में पैदा हुई बाढ़ की स्थिति के चलते आगे 2 दिन में बहाव क्षेत्र और बढ़ने की संभावना है। ऐसे में आमजन प्रशासन का सहयोग करे। सुरक्षा की दृष्टि से बुजुर्गों और बच्चों को सुरक्षित जगह पर भेज दें। जरूरत पड़ने पर पूरा प्रशासन और टीम मदद करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। जिला कलेक्टर ने बताया कि ठहरने के लिए राहत कैंप चिह्नित कर लिए गए हैं। बहाव क्षेत्र के निचले इलाके में रहने वाले जानवरों को दूसरी जगह शिफ्ट करने का कार्य प्रशासन की ओर से शुरू कर दिया गया है। पशुओं को शिफ्ट करने में मदद के लिए भी प्रशासन की ओर से कंट्रोल रूम शुरू किया गया है। इसके साथ-साथ निचले क्षेत्रों में स्थित अस्पतालों में पूरी दवाइयां और डॉक्टरों की व्यवस्था की है ताकि आने वाली स्थिति से निपटा जा सके। जिला कलेक्टर ने बताया कि सुरक्षा को लेकर शनिवार से हनुमानगढ़, टिब्बी और पीलीबंगा तहसील क्षेत्र के सरकारी और निजी स्कूल बंद रखे जाएंगे। जिला कलेक्टर ने आमजन से अपील की कि आगामी 4 दिन में अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलें। आवश्यक होने पर ही घर से बाहर निकलें। प्रशासन की ओर से समय-समय पर दी जाने वाली सूचनाओं और एडवाइजरी का लगातार अनुसरण करें। पुल में बना गड्ढा जंक्शन-टाउन के बीच घग्घर नाली बेड पर बने पुल के किनारे की दीवार के पास एक गड्ढा बन गया। सूचना मिलने पर जंक्शन पुलिस मौके पर पहुंची और आधे पुल को रोक दिया गया। वहीं नगरपरिषद और पीडब्ल्यूडी टीम भी मौके पर पहुंच गई। एसडीएम अवि गर्ग ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। एसडीएम ने बताया कि हल्का सा गड्ढा बना है, जिसे जेसीबी की सहायता से मजबूत करके उसमे मजबूत मेटेरियल डालकर भरा जा रहा है। एसडीएम ने कहा कि आमजन को पैनिक होने की आवश्यकता नहीं है। पीडब्ल्यूडी के अधिकारी मौके पर मौजूद हैं और अपने देखरेख में सारा कार्य करवा रहे हैं। पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने बताया कि बाढ़ की स्थिति को देखते हुए पुलिस प्रशासन की ओर से व्यवस्थाएं की गई हैं। एक आरएसी कंपनी जिले में पहुंच चुकी है।
