


बीकानेर। श्री शान्त क्रान्ति जैन श्रावक संघ के 1008 आचार्य श्री विजयराज जी म.सा. के 64 वें जन्मोत्सव उपलक्ष पर श्री संघ की ओर से अष्ट दिवसीय विभिन्न धार्मिक ज्ञानोपयोगी कार्यक्रम अंतर्गत सोमवार को जीव दया के रूप में मनाया गया। संघ के अध्यक्ष विजयकुमार लोढ़ा ने बताया कि संसार के समस्त जीवों पर दया का भाव रखना मनुष्य का पहला कर्तव्य है। आचार्य श्री विजयराज जी म.सा. के इस जीवन चरित्र को आधार मानकर श्रावक-श्राविकाऐं अपने-अपने घरों से पशुओं के लिए रोटी बनाकर, गुड़ व अन्य खाद्य सामग्री लेकर ढ़ढ्ढा कोटड़ी पहुंचे, जहां से यह भोजन असहाय, गरीब लोगों तक पहुंचाया गया। इस कार्य में संघ के पदाधिकारियों सहित महिला एवं युवा संघ ने भी भागीदारी निभाई एवं जीवदया में खुलकर सहयोग दिया। बाहर से आए अतिथियों ने भी अनुकंपा दिवस मनाया। कार्यक्रम के अंत में आचार्य श्री ने सभी तपस्या करने वालों को साधुवाद दिया। उपवास, तेला, बेला सहित अन्य तपस्या करने वालों को आशीर्वाद दिया।
