ट्रेनों में मिडिल बर्थ को समय से पहले खोलने को लेकर यात्रियों के बीच विवाद बढ़ते देख भारतीय रेलवे ने नया निर्देश जारी किया है। कई बार यात्री यात्रा शुरू होते ही मिडिल बर्थ खोल देते हैं, जिससे लोअर बर्थ वाले यात्रियों को बैठने में असुविधा होती है और अनावश्यक बहस की स्थिति बन जाती है। ऐसे मामलों को रोकने के लिए रेलवे ने रिजर्व कोचों में मिडिल बर्थ के उपयोग पर स्पष्ट एडवाइजरी जारी की है।
केवल तय समय पर ही खोली जाए मिडिल बर्थ
रेलवे ने यात्रियों से अपील की है कि वे कोच में चढ़ने के बाद मिडिल बर्थ केवल निर्धारित समय पर ही खोलें और सुबह समय पर इसे बंद कर दें। इससे सहयात्रियों को बैठने-उठने में कोई दिक्कत नहीं होगी और यात्रा का अनुभव भी बेहतर रहेगा।
शिकायत के लिए उपलब्ध चैनल
जोधपुर रेल मंडल के महाप्रबंधक अनुराग त्रिपाठी ने बताया कि मिडिल बर्थ से संबंधित किसी भी शिकायत के लिए यात्री हेल्पलाइन नंबर 139 पर कॉल कर सकते हैं। इसके साथ ही रेल मदद ऐप पर भी ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराई जा सकती है।
स्टाफ को दिए गए विशेष निर्देश
रेलवे प्रशासन ने ऑन-बोर्ड टिकट निरीक्षकों और स्टाफ को निर्देश दिए हैं कि वे यात्रा के दौरान यात्रियों को मिडिल बर्थ के उपयोग के नियमों के बारे में सही जानकारी दें, ताकि अनावश्यक विवादों से बचा जा सके।
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मिडिल बर्थ के उपयोग का निर्धारित समय
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रात का समय: रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक मिडिल बर्थ खोलने की अनुमति है।
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दिन का समय: सुबह 6 बजे के बाद मिडिल बर्थ बंद रखना आवश्यक है, ताकि लोअर बर्थ पर बैठे यात्रियों को पर्याप्त जगह मिल सके।
रेलवे का कहना है कि इन नियमों का पालन करने से यात्रा शांतिपूर्ण, व्यवस्थित और सभी यात्रियों के लिए अधिक आरामदायक बन सकती है।
