


हनुमानगढ़।शुगर मिल लगाओ संघर्ष समिति सदस्यों ने गुरुवार को गांव नंदराम की ढाणी में इस मांग को पूरा करवाने के लिए ग्रामीणों से हस्ताक्षर करवाए। जिले में शुगर मिल की स्थापना करने की मांग मुखर होने लगी है। गुरुवार को शुगर मिल लगाओ संघर्ष समिति सदस्यों ने गांव नंदराम की ढाणी में इस मांग को पूरा करवाने के लिए ग्रामीणों से हस्ताक्षर करवाए। लोगों से हस्ताक्षर कराकर यह मांग पत्र मुख्यमंत्री को भेजा जाएगा संघर्ष समिति के संयोजक गुरुदेव सिंह और महावीर स्वामी ने बताया कि श्रीगंगानगर से अलग होकर हनुमानगढ़ को जिला बने लगभग 30 वर्ष हो चुके हैं परंतु हनुमानगढ़ में शुगर मिल की स्थापना को लेकर कोई प्रयास नहीं किए गए। यदि हनुमानगढ़ में शुगर मिल की स्थापना होती है तो किसानों को परम्परागत खेती गेहूं और धान को छोड़कर कम पानी में सिंचित होने वाली गन्ने की फसल विकल्प के रूप में मिलेगी। गन्ने की फसल से किसानों को पानी की बचत होने के साथ-साथ मजदूरों, लोकल ट्रक, ट्रैक्टर-ट्रॉली सहित छोटे साधनों को रोजगार मिलेगा। जिले में शुगर मिल की स्थापना होने से पशुओं को चारा, आमजन को सस्ती दरों पर गन्ना व गुड़-चीनी उपलब्ध होने के साथ-साथ जमीन की गुणवत्ता में सुधार होगा।शुगर मिल की स्थापना से जिले की आर्थिक सुदृढ़ता मजबूत होगी और रोजगार के नए संसाधन स्थापित होंगे। गुरुदेव सिंह ने बताया कि जिले में शुगर मिल की स्थापना की मांग को लेकर गांव-गांव, ढाणी-ढाणी में जाकर आमजन की राय लेकर हस्ताक्षर करवाए जा रहे हैं। आखिर में जनता जनार्दन की इस जायज मांग का संयुक्त हस्ताक्षरित ज्ञापन मुख्यमंत्री को भेजा किया जाएगा। इस दौरान हरिराम, रामकृष्ण, दुलीचंद, नाथूराम, प्रभुराम, चेतराम, खेताराम, लालचंद, बृजराम, नोरंगलाल, लालचंद, जसविंद्र सिंह, कालूराम गेदर, अजय लिम्बा, धर्मपाल गेदर, कृष्ण गेदर, जसवंत सिंह, रूपराम, दाताराम, कृष्णलाल, डॉ. महावीर प्रसाद सहित कई ग्रामीण मौजूद थे।
