


हनुमानगढ़।युवक को शराब पिलाकर नशे की हालत में गुप्तांगों में नुकीले हथियार से वार कर हत्या करने का मामला रावतसर पुलिस थाने में दर्ज कराया गया है।
पुरानी रंजिश के चलते युवक को शराब पिलाकर नशे की हालत में गुप्तांगों में नुकीले हथियार से वार कर हत्या करने का मामला सामने आया है। हत्या की वारदात को दो जनों ने अंजाम दिया। इनमें मृतक का दोस्त भी शामिल है। घटना 17 जुलाई की रात की बताई जा रही है, लेकिन इस संबंध में मंगलवार शाम को रावतसर पुलिस थाने में मामला दर्ज हुआ है। रावतसर सीओ पूनम चौहान ने बताया कि दलाराम (52) पुत्र सोहनलाल नायक निवासी खेदासरी बारानी ने लिखित रिपोर्ट दी कि उसके लड़के शंकर लाल (25) की नेतराम पुत्र पूर्णराम नायक निवासी खेदासरी के साथ नेतराम की पत्नी को लेकर पुरानी रंजिश चल रही थी। नेतराम ने अपनी पत्नी सुमित्रा देवी के जरिए 5 अक्टूबर 2022 को एक प्रार्थना-पत्र रावतसर थाना प्रभारी को सौंपा। उसके उपरांत पुलिस ने उसके पुत्र शंकर लाल और पालाराम को पाबंद किया। परंतु नेतराम अक्सर उसकी पत्नी के साथ हुई बात को लेकर उसके पुत्र शंकर लाल को सलटा देने की धमकी देता रहता था। इसी रंजिश के चलते नेतराम ने शंकर लाल के दोस्त विनोद पुत्र सोहन लाल डूडी निवासी खेदासरी के साथ षड्यंत्र रचकर उसके पुत्र शंकर लाल को 17 जुलाई को शाम करीब 6 बजे खेदासरी बुलाया। उसका लड़का शंकर लाल और भतीजा सोनू पुत्र रामकरण दोनों विनोद कुमार के पास पहुंचे। वहां पर विनोद और शंकर लाल शराब पीने लगे और सोनू को वापस घर भेज दिया। रात्रि करीब 11.28 बजे उसने अपने लड़के इन्द्राज से शंकर लाल के मोबाइल नम्बर पर फोन करवाया तो शंकर लाल ने कहा कि वह थोड़ी देर में आ जाएगा। साथ ही कहा कि विनोद और नेतराम उसके साथ हैं परंतु रात्रि को शंकर लाल घर नहीं आया। 18 जुलाई को सुबह करीब 7 बजे उसे छोटूराम उर्फ जगदीश ने बताया कि शंकर लाल मृत अवस्था में उमाराम मेहरड़ा के खेत के पास पड़ा है, उसकी बाइक 2 बीघा दूरी पर खड़ी है। इस पर वह परिवार के सदस्यों व ग्रामीणों के साथ मौके पर गया तो उसके पुत्र शंकर लाल का शव खून से लथपथ अवस्था में पड़ा था। उसके पुत्र के साथ मारपीट की हुई थी। गुप्तांगों के बीच नुकीले हथियार से घाव किया हुआ था। उसने और ग्रामीणों ने इसकी सूचना रावतसर पुलिस थाना में दी। पुलिस ने उसके पुत्र के शव का पोस्टमार्टम करवाया। दलाराम ने आरोप लगाया कि उसके पुत्र शंकर लाल को उसके दोस्त विनोद कुमार ने बुलाया और शराब पिलाई। शराब के नशे में नेतराम के साथ मिलकर पुरानी रंजिश को लेकर शंकर लाल के साथ मारपीट की। गुप्तांगों के बीच नुकीले हथियार से वार कर हत्या कर दी। इसके बाद शव को मौके पर छोड़कर भाग गए। घटनास्थल पर पैरों के निशान आज भी मौजूद हैं। यदि विनाद कुमार और नेतराम से उसके पुत्र शंकर लाल की हत्या करने के बारे में कड़ाई से पूछताछ की जाए तो उसके पुत्र शंकर लाल की हत्या का राज खुल सकता है। पुलिस ने नेतराम व विनोद के खिलाफ हत्या के आरोप में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की है। मुकदमे की जांच रावतसर सीओ पूनम चौहान कर रही हैं।
