


नागौर। नागौर जिले के परबतसर उपखण्ड के चारणवास में शुक्रवार को एक मनरेगा श्रमिक की हार्ट अटैक आने से मौत हो गई। कार्य स्थल पर फर्स्ट एड बॉक्स भी नहीं था।
जानकारी के अनुसार उपखण्ड के ग्राम चारणवास में कई दिनों से मनरेगा का कार्य बंद था। कई दिनों बाद 2 जून शुक्रवार को मनरेगा का कार्य प्रारंभ हुआ तो मनरेगा स्थल पर नारायण राम पुत्र नंदा राम मजदूरी करने पहुंचा।
मनरेगा स्थल पर ही वह एक पेड़ काट रहा था। अचानक दिल का दौरा पड़ने से वह जमीन पर गिर पड़ा। आनन-फानन में उसे वाहन के जरिए उपजिला अस्पताल पहुंचाया गया। जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और परिजनों के आधार पर पंचनामा तैयार किया। पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम करवाकर शव को परिजनों के सुपुर्द कर दिया।
ग्रामसेवक बीएल मीणा ने बताया कि कई दिनों से आज ही मनरेगा का कार्य प्रारंभ किया गया था। जिसमें कुल 50 मजदूर कार्य पर थे। हर हफ्ते चिकित्सक टीम को बुलाकर श्रमिकों की जांच करवाई जाती थी। लेकिन शुक्रवार को हादसे में एक मजदूर की मौत हो गई।
