राजस्थान में शैक्षणिक सत्र अप्रैल से शुरू करने की योजना पर मंथन, पंचांग संशोधन पर विचार
जयपुर।
राजस्थान शिक्षा विभाग नए शैक्षणिक सत्र की शुरुआत 1 अप्रैल से करने पर गंभीरता से विचार कर रहा है। इस संबंध में हाल ही में एक उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की गई, जिसमें शिविरा पंचांग में आवश्यक बदलावों पर मंथन किया गया। हालांकि, इस विषय पर अभी कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है, लेकिन तैयारी और रणनीति पर चर्चा तेज हो गई है।
गुरुवार को शिक्षा विभाग के शासन सचिव कृष्ण कुणाल की अध्यक्षता में यह बैठक संपन्न हुई। इसमें प्रस्तावित बदलावों के संभावित लाभ, चुनौतियों और क्रियान्वयन की रूपरेखा पर चर्चा की गई।
क्या बदलाव प्रस्तावित हैं?
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नया शैक्षणिक सत्र 1 अप्रैल से शुरू करने का प्रस्ताव
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शिविरा पंचांग में संशोधन कर अवकाशों, परीक्षाओं व अन्य शैक्षणिक गतिविधियों का नया ढांचा तैयार करना
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ग्रीष्मकालीन अवकाश, वार्षिक परीक्षाओं की तारीखें और शिक्षक प्रशिक्षण की तिथियां पुनर्निर्धारित करना
बैठक में मौजूद रहे ये वरिष्ठ अधिकारी:
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राज्य परियोजना निदेशक एवं आयुक्त अनुपमा जोरवाल
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प्रारंभिक और माध्यमिक शिक्षा निदेशक सीताराम जाट
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RSCRT सदस्य और अन्य शिक्षा विभाग अधिकारी
अभी तक क्या तय हुआ है?
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शिक्षा विभाग ने केवल प्रस्तावित बदलावों पर चर्चा की है
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शिविरा पंचांग में संशोधन की तैयारी प्रारंभिक चरण में है
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कोई औपचारिक आदेश या अधिसूचना अब तक जारी नहीं की गई है
क्या हो सकते हैं संभावित फायदे?
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पाठ्यक्रम समय पर पूरा होगा
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विद्यार्थियों को परीक्षा की बेहतर तैयारी का समय मिलेगा
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स्कूलों की शैक्षणिक गतिविधियां NEP 2020 के अनुरूप हो सकेंगी
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समर वेकेशन और सत्र के बीच बेहतर संतुलन बनाया जा सकेगा
आगे की प्रक्रिया क्या है?
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शिविरा पंचांग संशोधन का ड्राफ्ट तैयार किया जाएगा
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सभी ज़िलों से फीडबैक लिया जा सकता है
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अंतिम मंजूरी के बाद ही नया सत्र अप्रैल से लागू किया जाएगा