



76वें गणतंत्र दिवस परेड में भारतीय सेना ने अपनी सैन्य शक्ति और तकनीकी उन्नति का प्रभावशाली प्रदर्शन किया। यह परेड रविवार को कर्तव्य पथ पर आयोजित की गई, जिसमें भारत की अत्याधुनिक सैन्य तकनीक और उपकरणों को प्रदर्शित किया गया।
टी-90 भीष्म टैंक का प्रदर्शन
- कमांडर: 74 बख्तरबंद रेजिमेंट के कैप्टन नवजोत सिंह अटवाल
- विशेषताएं:
- 125 मिमी स्मूथ बोर गन
- 7.62 मिमी को-एक्सियल मशीन गन
- 12.7 मिमी एंटी-एयरक्राफ्ट गन
- लेजर-गाइडेड मिसाइलों को फायर करने की क्षमता
- रात में 5 किलोमीटर तक लक्ष्य भेदने की क्षमता
- इतिहास: 74 आर्मर्ड रेजिमेंट का गौरवशाली इतिहास, जिसे 2011 में पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल द्वारा सम्मानित किया गया था।
नाग मिसाइल सिस्टम (NAMIS)
- विशेषताएं:
- स्वदेशी रूप से डिजाइन किया गया टैंक विध्वंसक
- छह नाग मिसाइलें, रिमोट-नियंत्रित मशीन गन और स्मोक ग्रेनेड लांचर
- 5 किलोमीटर तक दुश्मन के टैंकों को नष्ट करने की क्षमता
- सभी मौसम और प्रकाश स्थितियों में परिचालन योग्य
BMP-2 इन्फैंट्री कॉम्बैट व्हीकल (सारथ)
- कमांडर: लेफ्टिनेंट सौरव प्रताप सिंह
- विशेषताएं:
- 30 मिमी स्वचालित तोप
- 7.62 मिमी पीकेटी मशीन गन
- 4 किलोमीटर रेंज वाली कोंकर्स एंटी-टैंक मिसाइल
- थर्मल इमेजिंग साइट्स से सुसज्जित
- लद्दाख और सिक्किम के कठिन इलाकों में परिचालन योग्य
नोट:
यह परेड भारतीय सेना के अटूट समर्पण, साहस और तकनीकी उन्नति का प्रतीक है। सेना के जवानों ने अपने शौर्य और देशभक्ति से देशवासियों को गौरवान्वित किया।
