


Disclaimer Note: -इस समाचार में दिए गए आंकड़े और जानकारी केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं और किसी भी वित्तीय निर्णय लेने से पहले आपको एक पेशेवर वित्तीय सलाहकार से परामर्श करना चाहिए। निवेश में जोखिम शामिल हैं और इस समाचार में शामिल कोई भी निवेश के लिए सलाह नहीं है।
सप्ताह के पहले दिन शेयर बाजार में गिरावट का दौर जारी रहा। विदेशी पूंजी निकासी, आईटी शेयरों में बिकवाली और अमेरिकी बाजारों से कमजोर संकेतों के कारण सेंसेक्स और निफ्टी गिरावट के साथ बंद हुए।
30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स सोमवार को 241.30 अंक (0.31%) गिरकर 77,339.01 पर बंद हुआ। वहीं, एनएसई निफ्टी 78.90 अंक (0.34%) की गिरावट के साथ 23,453.80 पर बंद हुआ।

आईटी सेक्टर पर दबाव, धातु और बैंकिंग शेयरों में तेजी
- घाटे में: टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS), इंफोसिस, एचसीएल टेक, टेक महिंद्रा, रिलायंस इंडस्ट्रीज और एक्सिस बैंक।
- लाभ में: टाटा स्टील, हिंदुस्तान यूनिलीवर, महिंद्रा एंड महिंद्रा, नेस्ले और भारतीय स्टेट बैंक।
विदेशी निवेशकों का भारी पूंजी निकासी
- इस महीने अब तक विदेशी निवेशकों ने भारतीय शेयर बाजार से 22,420 करोड़ रुपये निकाले हैं।
- इसका कारण उच्च घरेलू मूल्यांकन, चीन में निवेश का रुख और अमेरिकी डॉलर के साथ ट्रेजरी यील्ड का बढ़ना है।
रुपया और कच्चा तेल:
- रुपया छह पैसे मजबूत होकर 84.40 पर बंद हुआ।
- ब्रेंट क्रूड की कीमत 0.49% बढ़कर 71.39 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गई।
वैश्विक संकेत:
- एशियाई बाजार: सियोल और हांगकांग में तेजी, टोक्यो और शंघाई में गिरावट।
- यूरोपीय बाजार: नकारात्मक रुख।
- अमेरिकी बाजार: शुक्रवार को गिरावट के साथ बंद हुए।
विशेषज्ञ की राय:
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के विनोद नायर ने कहा कि तिमाही आय में सुस्ती और मुद्रास्फीति से रुपये पर दबाव बना हुआ है। दिसंबर में फेड की ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद कम होने से आईटी सेक्टर प्रभावित हुआ है।