


Disclaimer Note: -इस समाचार में दिए गए आंकड़े और जानकारी केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं और किसी भी वित्तीय निर्णय लेने से पहले आपको एक पेशेवर वित्तीय सलाहकार से परामर्श करना चाहिए। निवेश में जोखिम शामिल हैं और इस समाचार में शामिल कोई भी निवेश के लिए सलाह नहीं है।
आज, 8 नवंबर शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव भरा दिन रहा, जिसमें प्रमुख सूचकांक लगातार दूसरे दिन गिरावट के साथ बंद हुए। वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं और विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) की बिकवाली ने भारतीय बाजार पर दबाव बनाए रखा। सेंसेक्स 55.47 अंक (0.07%) की गिरावट के साथ 79,486.32 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 51.15 अंक (0.21%) गिरकर 24,148.20 पर समाप्त हुआ।
किस सेक्टर में सबसे ज्यादा गिरावट?
एनएसई के आंकड़ों के अनुसार, पीएसयू बैंक, मीडिया, रियल एस्टेट और ऑयल एंड गैस क्षेत्रों में सबसे ज्यादा बिकवाली देखने को मिली। वैश्विक बाजारों में कमजोरी और बिकवाली के दबाव से इन क्षेत्रों के प्रमुख शेयरों पर असर पड़ा, जिससे निवेशकों की धारणा कमजोर हुई है। खासकर, सरकारी बैंकों के शेयरों में गिरावट जारी है, जिससे निवेशकों की भावनाओं पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है।
एफपीआई की बिकवाली से बढ़ी चिंताएं
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भारतीय बाजार में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों की लगातार बिकवाली चिंता का विषय बनी हुई है। अक्टूबर में एफपीआई ने लगभग 94,017 करोड़ रुपये के शेयरों की बिक्री की, जिससे बाजार पर अतिरिक्त दबाव बना। पिछले चार महीनों तक बाजार में खरीदारी करने वाले एफपीआई अब भारत में शुद्ध विक्रेता बन गए हैं, जिससे घरेलू निवेशकों की भावनाएं प्रभावित हो रही हैं।

क्या अंतरराष्ट्रीय कारक भी हैं जिम्मेदार?
भारतीय शेयर बाजार पर अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों में संभावित वृद्धि, यूरोप और चीन में धीमी आर्थिक गतिविधियां, और कच्चे तेल की बढ़ती कीमतें भी प्रभाव डाल रही हैं। अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में मंदी की आशंका के चलते भारतीय निवेशकों की धारणा कमजोर हो रही है।
भविष्य में सुधार की उम्मीदें
हालांकि, भारतीय अर्थव्यवस्था के मजबूत बुनियादी कारक भविष्य में बाजार को स्थिरता दे सकते हैं। सरकार की ओर से निवेशकों के लिए कई सुधारात्मक कदम उठाए जा रहे हैं, जो घरेलू निवेशकों की भागीदारी को बढ़ावा दे सकते हैं। अगर एफपीआई की खरीदारी दोबारा शुरू होती है, तो बाजार में सकारात्मकता लौटने की उम्मीद की जा सकती है।