


श्रीगंगानगर।श्रीगंगानगर में एनएच 62 पर जाम लगाकर बैठे ग्रामीण।कार की टक्कर से मंगलवार रात साइकिल सवार मजदूर की मौत हो गई। वह खेत से मजदूरी करके घर लौट रहा था। टक्कर के बाद कार चालक भाग गया। हादसे बाद ग्रामीणों ने सड़क पर शव रखकर जाम लगा दिया।हादसा श्रीगंगानगर के गांव महियांवाली में बिड़ला पब्लिक स्कूल के पास हुआ। बुधवार सुबह भी एनएच 62 पर जाम लगा रहा। इससे सूरतगढ़ रोड पर एक किलोमीटर से ज्यादा दूरी तक वाहनों की लंबी लाइन लग गई।ग्रामीणों से वार्ता करते अधिकारी।टोल से बचने के लिए गांव से निकलते वाहन चालक ग्रामीणों ने बताया कि गांव से करीब आधा किलोमीटर दूरी पर टोल नाका है। वाहन चालक टोल बचाने के लिए टोल से पहले वाहन को गांव महियांवाली की तरफ मोड़ देते हैं। गांव के अंदरूनी रास्ते से आगे आकर नेशनल हाइवे पर आ जाते हैं। इस तरह वे टोल बचा लेते हैं।कार ने मारी टक्कर कार चालक भी टोल बचाने के लिए गांव में से होकर निकला। इस दौरान गांव का बलराम गोसाईं (40) पास के खेत में मजूदरी कर लौट रहा था। वह गांव की तरफ बढ़ता, इससे पहले गांव से नेशनल हाइवे की तरफ आती कार ने उसे टक्कर मार दी। इससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई।ग्रामीणों ने लगाया जाम हादसे के बाद ग्रामीणों ने एनएच 62 नेशनल हाईवे पर जाम लगा दिया। बुधवार सुबह एएसपी सतनाम सिंह, सीओ सिटी प्रशांत कौशिक और एसडीएम संजय अग्रवाल मौके पर पहुंचे। एएसपी सतनाम सिंह और एसडीएम अग्रवाल ने ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की लेकिन ग्रामीण मृतक के परिवार के लिए एक करोड़ रुपए मुआवजे, आरोपी की गिरफ्तार करने, टोल नाके को वर्तमान जगह से करीब दो से तीन किलोमीटर सूरतगढ़ रोड पर शिफ्ट करने की मांग कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि टोल नाके के कारण ही वाहनों की आवाजाही गांव में बढ़ी है। इससे पहले भी हादसे हुए हैं।एनएच 62 पर लगी वाहनों की कतार।सूरतगढ़ रोड पर दूर तक ट्रकों की लाइन लग गई। श्रीगंगानगर से जाने वाले वाहनों के चालकों को जाम लगे होने की जानकारी मिलने पर उन्होंने श्रीगंगानगर के पास से ही अन्य रास्तों से निकलना शुरू कर दिया। बीकानेर की तरफ से आ रहे वाहनों की सूरतगढ़ रोड पर कतार लग गई।बीकानेर से आने वाले कुछ वाहन चालकों ने भी गांव महियांवाली और अन्य रास्तों से होकर वाहन निकाले। मौके पर भाजपा महिला मोर्चा की विनीता आहूजा, पूर्व जिला उपाध्यक्ष प्रहलादराय टाक, दी गंगानगर ट्रेडर्स एसोसएिशन अध्यक्ष धर्मवीर डुडेजा सहित कई लोग पहुंचे और घटना पर दुख जताया। सुबह साढ़े ग्यारह बजे तक धरना जारी था।तलाकशुदा है मृतक बलराम का कुछ समय पहले पत्नी से तलाक हुआ था। इसके बाद से उसका बेटा और बेटी अपने ननिहाल में रहते हैं। पत्नी ने दूसरी शादी कर ली है। बलराम गांव में अकेला रहता था। उसके बच्चों को हादसे की सूचना दी गई है।
