बीकानेर । जैसलमेर जिले के रामगढ़-लोंगेवाला सडक़ मार्ग पर स्थित पुल के पास नहर में नहाने उतरे दो युवक नहर के तेज बहाव में बह गए। तनोट माता के दर्शन करने कार में जा रहे चार युवक नहर के पुल के पास रुके, जिसमें दो युवक नहर में बनी सीढिय़ों पर बैठ कर नहाने लगे। अचानक एक युवक फिसल कर नहर में बहने लगा, तो दूसरे ने उसे बचाने का प्रयास किया लेकिन पानी का बहाव इतना तेज था कि दोनों को संभलने का मौका नहीं मिला और वे पानी बह गए। घटना की सूचना पर पुलिस प्रशासन, नहरी विभाग व ग्रामीण मौके पर पहुंचे और दोनों को नहर में ढूंढने क प्रयास किया, लेकिन तेज बहाव के कारण कामयाब नहीं हो पाए। डूबने वाले दोनों युवक बीकानेर जिले के छतरगढ़ क्षेत्र के हैं और रिश्ते में भाई हैं।
नहर का पानी कम होने पर शुरू किया प्रयास
नहर का पानी कम होने पर नहर में डूबे दोनों युवकों को ढूंढने का प्रयास शुरू किया गया। स्थानीय तैराकों के साथ बीएसएफ के जवान, बिजलीघर के कर्मचारी, नहर में उतरे। काफी मशक्कत के बाद भी उन्हें सफलता नहीं मिली।
रास्ता बदला और
चारों युवक सुबह मोहनगढ़ पहुंचे थे, जहां उन्हें जैसलमेर होते हुए भादरिया जाना था। जैसलमेर से भादरिया की तरफ रवाना होने के बाद उन्होंने गाड़ी को वापस घुमाया और तनोट माता के दर्शन के लिए रवाना हुए। रामगढ़ से पांच किलोमीटर दूर स्थित नहर की पुलिया के पास कार रोकी और नहाने लगे। अनोपसिंह व डूंगरसिंह ने बताया कि पूर्णसिंह व राजूसिंह जो आपस में मामा बुआ के भाई हैं, नहर में एक तरफ सीढिय़ों पर बैठ कर नहा रहे थे। अचानक फिसलने से एक युवक बहने लगा तो दूसरा उसको बचाने के प्रयास में बह गया। पानी में बहे पूर्णसिंह व राजूसिंह ट्रक चालक थे व छतरगढ़ बीकानेर के रहने वाले थे। घटना की सूचना पर जिला प्रमुख प्रतापसिंह सोलंकी मौके पर पहुंचे, लेकिन मौके पर किसी भी जिम्मेदार अधिकारी को न पाकर अपनी नाराजगी जताई।
नहर में नहाने उतरे दो भाई पानी में डूबे, घर में मचा कोहराम

