


हनुमानगढ़. नेपाल से लौटे भाई-बहन टेम्पो का किराया अधिक होने के कारण बचत के फेर में नकदी-जेवर वगैरह लुटा बैठे। उनको आधी रात को स्टेशन से पैदल घर जाना महंगा पड़ गया। रास्ते में बाइक सवार नकाबपोश आरोपियों ने तलवार दिखाकर उनको लूट लिया।
जंक्शन थाना पुलिस ने सवा माह तक मामले की गहन जांच-पड़ताल के बाद आरोपियों की शिनाख्त कर उनको गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपी मनी (19) पुत्र सेवक सिंह, शिवा (25) पुत्र विजय व सरजीत उर्फ विक्की (32) पुत्र नरेद्र सिंह तीनों निवासी वार्ड 11, जोगिया मोहल्ला, मलोट पंजाब को जिला कारागृह से प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया गया। जांच अधिकारी एएसआई शिवनारायण ने बताया कि सुशीला (60) पत्नी लाल बहादुर निवासी वार्ड 60, सुरेशिया ने एक फरवरी को मुकदमा दर्ज करवाया था कि वह नेपाल में अपनी बेटी से मिलकर 31 जनवरी की रात्रि को अपने भाई मच्छबहादुर निवासी नेपाल के साथ हनुमानगढ़ जंक्शन पहुंचे। सुरेशिया जाने के लिए टेम्पो स्टैंड पर गए तो किसी ने 300 रुपए, किसी ने 400 और एक टेम्पो वाले ने 600 रुपए मांगे। लेकिन वे टेम्पो पर घर जाने की बजाए पैदल ही चल पड़े। रात्रि करीब 2 बजे जब वे संगरिया रोड पर लड्डू कबाडिय़ा की दुकान के नजदीक पहुंचे तो तीन नकाबपोश व्यक्ति एक बाइक पर सवार होकर आए। उनमें से एक के हाथ में तलवार थी। उन्होंने तलवार दिखाकर डरा-धमकाकर उससे पर्स छीन लिया, जिसमें एक जोड़ी सोने के कान के टॉप्स, सोने की दो अंगूठी, 11 हजार रुपए की नकदी एवं पांच हजार रुपए की नेपाल करेंसी, मोबाइल फोन, एसबीआई बैंक का एटीएम कार्ड, आधार कार्ड एवं मकान की चाबियां थी। इसके अलावा उसके गले में पहनी सोने की चेन, सोने के कानों के टॉप्स भी छीनकर जंक्शन बाजार की तरफ फरार हो गए। उसने व उसके भाई ने शोर मचाया। परंतु रात्रि का समय होने के कारण तीनों जने वहां से भाग निकते।

जांच अधिकारी शिवनारायण के अनुसार अज्ञात जनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की गई। इसी दौरान पिछले दिनों मनी, शिवा व सरजीत उर्फ विक्की को छीनाझपटी के एक अन्य मामले में गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में उन्होंने कुछ अन्य वारदातें भी स्वीकारी। इनमें संगरिया रोड पर हुई वारदात भी शामिल थी। तीनों आरोपियों का रिमांड मंजूर करवा कर उनसे बरामदगी के प्रयास किए जा रहे हैं।