


हनुमानगढ़। तस्करों को हेरोइन बेचने से मना किया तो लड़ाई झगड़ा करने लगे और देख लेने की धमकी देकर भाग गए। इसके बाद गुरुवार को सवेरे करीब 5.30 बजे कमरे में दरवाजे के नीचे से पेट्रोल डालकर आग लगा दी। इससे पति-पत्नी और बेटा झुलस गए। गंभीर रूप से झुलसे मां और बेटे को बीकानेर रेफर किया, जहां इलाज के दौरान बेटे की मौत हो गई और पत्नी की हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस ने कुछ लोगों को राउंडअप किया है। मामला हनुमानगढ़ जिले के पीलीबंगा का है।
पीलीबंगा थानाधिकारी विजय कुमार मीणा ने बताया कि जिला अस्पताल में भर्ती पीडि़त जसवीर दास उर्फ गद्दी (36) पुत्र दास स्वामी निवासी वार्ड नंबर 9 पीलीबंगा ने पर्चा बयान में बताया कि करीब 1 साल पूर्व वह हेरोइन बेचने का धंधा करता था। हेरोइन खरीदने के लिए वह पंजाब के बाप-बेटे से मोबाइल पर बात करता था। हालांकि पीडि़त ने पर्चा बयान में बताया कि दोनों बाप-बेटे का नाम उसे मालूम नहीं है। वह हेरोइन देने के लिए खुद मेरे घर आते थे। 1 साल से हेरोइन पीने और बेचने का काम बिल्कुल बंद कर दिया, जिस कारण मेरा पंजाब वाले बाप-बेटे से संपर्क टूट गया। उसके बाद 18 जनवरी को बाप-बेटे पीलीबंगा मेरे वार्ड में आए और किसी को हेरोइन दे रहे थे। इस पर मैंने बाप-बेटे को हमारी गली में हेरोइन बेचने से मना किया तो दोनों लड़ाई झगड़ा करने लगे। मैंने दोनों से हेरोइन की पुडिय़ा छीनकर वहीं गली में बनी नाली में फेंक दी। तब वह दोनों वहां से भाग गए और जाते वक्त मुझे देख लेने की धमकी देकर गए।
उसके बाद मैं, मेरी पत्नी व मेरा बेटा एक साथ घर के बाहर वाले कमरे में रात्रि के समय सो गए। सुबह करीब 5 बजे मैं अपने कमरे से उठकर टॉयलेट में फ्रेश होकर वापस अपने कमरे में जाकर पत्नी और बच्चे के साथ सो गया। कुछ ही देर बाद मेरे कमरे में आग लग गई। मैं जैसे-तैसे करके खिडक़ी के रास्ते बाहर निकला और पत्नी मनप्रीत कौर (34) और बेटा एकमजीत सिंह (6) को बाहर निकाला। इतने में शोर-शराबा मच गया। शोर-शराबा सुनकर आसपास के लोग इकठ्ठे हो गए और लोगों ने आग बुझाने का प्रयास शुरू किया। इतने में ही एंबुलेंस आ गई। उन्होंने हमें सीएचसी पीलीबंगा में भर्ती करवाया और फिर हनुमानगढ़ टाउन रेफर कर दिया। जसवीर दास ने पुलिस को बताया कि मुझे पूरा शक है कि मेरे परिवार सहित अपने घर के कमरे में सोते हुए की जान से मारने की नियत से उन पंजाब वाले दोनों बाप-बेटे ने मिलकर मेरे कमरे के गेट के नीचे से पेट्रोल डालकर आग लगा दी, जिससे मेरी पत्नी और मेरा बेटा बुरी तरह से झुलस गए। फिलहाल पीलीबंगा पुलिस ने पर्चा बयान के आधार पर मामले की जांच शुरू कर दी है।
जिला अस्पताल में मौजूद जसवीर दास के भाई जगसीर दास ने बताया कि उसका भाई जसवीर दास, भाभी मनप्रीत और भतीजा एकमजीत कमरे में सोए हुए थे। गुरुवार अल सुबह करीब साढ़े पांच बजे अज्ञात व्यक्ति ने खिडक़ी से पेट्रोल फेंककर आग लगा दी। आग लगने से तीनों जने गंभीर रूप से झुलस गए। जसवीर दास ने आशंका जताई कि उसके भाई की किसी से रंजिश हो सकती है। उसी रंजिश को लेकर उसके भाई, भाभी व भतीजे को जिंदा जलाया गया। साथ ही कहा कि पुलिस की छानबीन में ही इसका खुलासा हो सकता है। हालांकि अभी तक इस संबंध में किसी ने कोई मामला दर्ज नहीं कराया है। पीलीबंगा पुलिस ने जिला अस्पताल पहुंच जसवीर दास के बयान लिए। मृतक की बहन जसविंदर कौर ने बताया कि उसका भाई दिहाड़ी मजदूरी का कार्य करता है और उसकी भाभी हाउसवाइफ है। भतीजे को इस साल से ही स्कूल में दाखिला मिला था, जिसकी बीकानेर में इलाज के दौरान दर्दनाक मौत हो गई। मेरे भाई के परिवार को पेट्रोल छिडक़ कर जला दिया गया।
