


नागौर। जिले के परबतसर उपखंड के चितावा गांव की बावरियों की ढाणी में रात गैस सिलेंडर ब्लास्ट हो जाने से तीन सगे भाइयों का मकान पूरी तरह से ब्लास्ट की चपेट में आ गया, जिससे मकान पूरी तरह धवस्त हो गया। 15 सदस्यों के परिवार में सभी लोग सकुशल बाहर आ गए जिससे कोई जनहानि नहीं हुई। लेकिन परिवार की एक प्रसूता को अंतिम समय तक बड़ी मुश्किल से बाहर निकाल बचा लिया गया। गुरुवार सुबह राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य प्रेमाराम खोखर मौके पर पहुंचे और प्रशासन को पूरे मामले की जानकारी दी। लेकिन इस बीच सूचना के बाद भी पीलवा पुलिस 12 घंटे बाद भी मौके पर नहीं पहुंच सकी।
जानकारी अनुसार परबतसर उपखंड के गांव चिताई ग्राम पंचायत मुख्यालय के चितावा गांव की बावरियों की ढाणी के श्योजीराम, गिरधारीराम और रामप्रसाद पुत्र खुमाराम बावरी के घर सभी सदस्य खाना खाने के बाद बुधवार रात सोने की तैयारी कर रहे थे। इस बीच अचानक रसोई में रखा गैस सिलेंडर धधक गया। परिजन कुछ समझ पाते उससे पहले ही आग घर में फैलने लगी, धीरे-धीरे आग ने पूरे मकान को अपनी चपेट में ले लिया। आग ने विकराल रूप ले लिया। सभी लोग घर के बाहर भागे और जान बचाई।
7 दिन पहले घऱ में जन्मी लाडो, मुश्किल से बाहर निकाला –
परिवार में एक प्रसूता ने सात दिन पहले ही एक लाडो को जन्म दिया था। वे दोनों भी हादसे के वक्त एक कमरे में सो रहे थे। आग उनके कमरे के बाहर तक फैल गई थी। कुछ मिनटों में आग की लपटे उनके कमरे में भी जाने वाली थी। इस बीच परिवार के लोगों ने बड़ी मशक्कत के बाद प्रसूता को उसकी बच्ची को घर से आग की लपटों के बाच बाहर निकाल दोनों की जान बचाई। बताया जा रहा है की रसोई में गैस सिलेंडर के साथ पास ही चूल्हा जल रहा था और सिलेंडर ब्लास्ट होने की मुख्य वजह यही रही। लेकिन गनीमत रही कि हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई।
