


जयपुर। प्रदेश में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर अब भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने भी अपना पूरा फोकस राजस्थान पर कर दिया है। राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में इसी साल के आखिर में चुनाव होने हैं, ऐसे में पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने इन राज्यों पर जोर देना शुरू कर दिया। विशेषकर पार्टी हाईकमान को राजस्थान से खासी उम्मीदें हैं कि यहां पर पार्टी की सरकार बनेगी।
इसी के चलते पार्टी की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक 16 और 17 जनवरी को दिल्ली में आयोजित होने जा रही है जिसमें राजस्थान पर फोकस रहने वाला है। बैठक के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, संगठन महामंत्री बीएल संतोष, राजस्थान के प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह, सह प्रभारी विजय राहटकर, ओम माथुर, वसुंधरा राजे कई अन्य नेता भी बैठक में शामिल होंगे।
आगामी तीन माह की रूपरेखा होगी तैयार
सूत्रों की माने तो पार्टी की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में राजस्थान में होने वाले कार्यक्रमों और अन्य गतिविधियों को लेकर आगामी तीन माह की रूपरेखा भी तैयार होगी। इसके तहत पार्टी राजस्थान में अपना चुनावी शंखनाद करेगी। बताया जाता है कि कार्य समिति के बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राजस्थान दौरे और अन्य केंद्रीय मंत्रियों के दौरे को लेकर भी चर्चा होनी है। साथ ही गहलोत सरकार के खिलाफ सदन से सडक़ तक विरोध का बिगुल बजाने के निर्देश भी बैठक में दिए जाएंगे।
बताया जाता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कई केंद्रीय मंत्रियों के दौर भी लगातार होंगे। चर्चा है कि जनवरी के बाद फरवरी माह में भी प्रधानमंत्री मोदी राजस्थान दौरे पर आ सकते हैं, जहां प्रधानमंत्री जनसभा के जरिए कई बड़ी घोषणाएं भी कर सकते हैं।
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संगठनात्मक फेरबदल पर भी होगी चर्चा

सूत्रों की माने तो भाजपा की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक राजस्थान में संगठन फेरबदल को लेकर भी चर्चा हो सकती है। प्रदेश भाजपा के अध्य़क्ष सतीश पूनिया का कार्यकाल पूरा हो चुका है, ऐसे में उनके स्थान पर किसे कमान सौंपी जाए या फिर पूनिया को ही बरकरार रखा जाए, इसे लेकर चर्चा होगी। साथ ही प्रदेश स्तर और जिला स्तर के साथ-साथ मोर्चा और प्रकोष्ठों में बदलाव को लेकर भी बैठक में मंथन होगा।
गुटबाजी पर भी होगी चर्चा
बताया जाता है तकि भाजपा की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में राजस्थान भाजपा में चल रही गुटबाजी को लेकर भी चर्चा होगी । भाजपा में कई धड़े बंटे हुए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी लगातार पार्टी कार्यक्रमों से दूरी बनाए हुए हैं। हाल ही में हुई प्रदेश कार्यसमिति की बैठक से भी वसुंधरा राजे ने दूरी बनाई हुई थी। बताया जाता है कि पार्टी हाईकमान की ओर से गुटबाजी दूर करने और एकजुट रहने के सख्त निर्देश प्रदेश भाजपा को दिए जा जा सकते हैं। इससे पहले दिल्ली में हुई राजस्थान कोर कमेटी की बैठक के दौरान भी पार्टी हाईकमान में सभी नेताओं को गुटबाजी दूर करने और एकजुट होकर एक मंच पर आने के निर्देश दिए थे।