अमित शाह ने कहा कि पिछले 15 वर्षों में पश्चिम बंगाल भय और कुशासन का केंद्र बन गया है। उनका आरोप था कि राज्य सरकार अवैध घुसपैठ को रोकने में नाकाम रही है और इस वजह से राष्ट्रीय सुरक्षा पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा की सरकार बनने पर हालात ऐसे होंगे कि “यहां परिंदा भी पर नहीं मार सकेगा।”
घुसपैठ को लेकर TMC पर गंभीर आरोप
गृह मंत्री ने दावा किया कि बंगाल के सीमावर्ती इलाकों में घुसपैठ एक गंभीर समस्या बन चुकी है, जिससे आम जनता परेशान है। उन्होंने आरोप लगाया कि TMC सरकार घुसपैठियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के बजाय उन्हें संरक्षण दे रही है। शाह ने स्पष्ट किया कि आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा घुसपैठ रोकने को एक बड़े मुद्दे के तौर पर जनता के सामने रखेगी।
विकास और केंद्र की योजनाओं का मुद्दा
अमित शाह ने कहा कि केंद्र सरकार की कई जनकल्याणकारी योजनाएं बंगाल में लागू नहीं हो पा रही हैं, जिसकी जिम्मेदारी राज्य सरकार पर है। उन्होंने दावा किया कि मोदी सरकार देशभर में गरीबी उन्मूलन और विकास के लिए काम कर रही है, लेकिन बंगाल में इसका लाभ लोगों तक नहीं पहुंच पा रहा।
भाजपा का 2026 का रोडमैप
शाह ने भरोसा जताया कि 2026 के विधानसभा चुनाव के बाद पश्चिम बंगाल में भाजपा की सरकार बनेगी। उन्होंने कहा कि सत्ता में आते ही बंगाल की सांस्कृतिक विरासत और गौरव को पुनः स्थापित किया जाएगा और राज्य में तेज़ विकास की शुरुआत होगी।
ममता सरकार से पूछे सवाल
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान गृह मंत्री ने राज्य सरकार से कई सवाल भी किए। उन्होंने पूछा कि सीमा पर फेंसिंग के लिए जमीन क्यों नहीं दी जा रही, गांवों में घुसपैठ की घटनाओं पर कार्रवाई क्यों नहीं होती और अन्य सीमावर्ती राज्यों की तुलना में केवल बंगाल में यह समस्या क्यों बनी हुई है।
अमित शाह के इन बयानों से साफ है कि भाजपा पश्चिम बंगाल में 2026 के चुनाव से पहले घुसपैठ और कानून-व्यवस्था को मुख्य राजनीतिक मुद्दा बनाने की रणनीति पर काम कर रही है।