Khaleda Zia Dies: बांग्लादेश की राजनीति में शोक की लहर
ढाका। बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री और बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) की प्रमुख बेगम खालिदा जिया का मंगलवार सुबह निधन हो गया। 80 वर्षीय खालिदा जिया लंबे समय से गंभीर बीमारियों से जूझ रही थीं और ढाका के एक निजी अस्पताल में इलाजरत थीं। खास बात यह है कि उनके निधन से ठीक एक दिन पहले ही पार्टी की ओर से उनका चुनावी नामांकन दाखिल किया गया था।
बोगुरा-7 सीट से भरा था नामांकन
खालिदा जिया ने सोमवार को बोगुरा-7 सीट से आगामी आम चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल किया था। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने रिटर्निंग ऑफिसर के समक्ष उनके दस्तावेज जमा किए थे। उस समय भी BNP ने स्पष्ट किया था कि खालिदा जिया अस्पताल में भर्ती हैं और उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। इसके बावजूद पार्टी ने उन्हें चुनावी मैदान में उतारने का निर्णय लिया था।
सुबह नमाज के बाद ली अंतिम सांस
BNP की ओर से जारी बयान में बताया गया कि मंगलवार सुबह फज्र की नमाज के बाद खालिदा जिया ने अंतिम सांस ली। पार्टी ने उनके निधन को देश और लोकतांत्रिक राजनीति के लिए अपूरणीय क्षति बताया है। बताया गया कि वे दिल और फेफड़ों में संक्रमण सहित कई पुरानी बीमारियों से पीड़ित थीं और पिछले एक महीने से अधिक समय से अस्पताल में इलाज चल रहा था।
भारत में हुआ था जन्म
बेगम खालिदा जिया का जन्म 15 अगस्त 1945 को अविभाजित भारत के बंगाल प्रेसिडेंसी के दिनाजपुर क्षेत्र में हुआ था, जो वर्तमान में भारत के पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले का हिस्सा है। विभाजन के समय वे बहुत छोटी थीं, जिसके बाद उनका परिवार पूर्वी पाकिस्तान (अब बांग्लादेश) चला गया। उन्होंने दिनाजपुर में ही प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की।
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राजनीतिक जीवन और विरासत
खालिदा जिया ने 1991, 1996 और 2001 में बोगुरा क्षेत्र से चुनाव जीतकर देश की राजनीति में मजबूत पकड़ बनाई। वे 1991 से 1996 और फिर 2001 से 2006 तक दो बार बांग्लादेश की प्रधानमंत्री रहीं। वह देश की पहली महिला प्रधानमंत्री थीं और मुस्लिम देशों में बेनजीर भुट्टो के बाद दूसरी महिला प्रधानमंत्री के रूप में इतिहास में दर्ज हैं।
ऐतिहासिक सीट का महत्व
बोगुरा-7 सीट का खालिदा जिया के राजनीतिक जीवन में विशेष महत्व रहा है। यह उनके पति और बांग्लादेश के पूर्व राष्ट्रपति जियाउर रहमान का गृह क्षेत्र भी रहा है। यही कारण है कि खराब स्वास्थ्य के बावजूद पार्टी ने उन्हें इसी सीट से उम्मीदवार बनाया था।

