शेरूणा थाना क्षेत्र के सूडसर गांव में एक दर्दनाक हादसा सामने आया है, जहां ट्रेन की चपेट में आने से युवक की जान चली गई। बताया जा रहा है कि रामस्वरूप, पुत्र पुरखाराम नायक, रेलवे ट्रैक के पास किसी काम से गुजर रहा था, तभी अचानक वह ट्रेन से टकरा गया। दुर्घटना में उसका एक पैर पूर्ण रूप से कट गया और सिर व चेहरे पर गंभीर चोटें आईं।
गंभीर अवस्था में पीबीएम अस्पताल ले जाया गया
हादसे के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने उसे गंभीर हालत में बीकानेर के पीबीएम अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया। डॉक्टरों ने उपचार शुरू किया, लेकिन गहरी चोटों और अत्यधिक खून बहने के कारण युवक की स्थिति लगातार बिगड़ती रही। कुछ ही घंटों में उपचार के दौरान उसकी मृत्यु हो गई।
परिजनों का आरोप, अस्पताल में हुई लापरवाही
युवक की मौत के बाद माहौल तनावपूर्ण हो गया। परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया कि समय पर उचित इलाज नहीं मिलने के कारण रामस्वरूप की जान नहीं बचाई जा सकी। परिजनों ने ट्रॉमा सेंटर में स्टाफ की निष्क्रियता और लापरवाही को मौत की वजह बताते हुए विरोध शुरू कर दिया।
मोर्चरी के बाहर धरना, कार्रवाई की मांग
गुस्साए परिजन और गांव के अन्य लोग पीबीएम अस्पताल की मोर्चरी के बाहर धरने पर बैठ गए हैं। उनका कहना है कि जब तक जिम्मेदार मेडिकल स्टाफ के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाती, तब तक वे मृतक का पोस्टमार्टम नहीं होने देंगे। स्थिति को देखते हुए पुलिस और प्रशासन मौके पर पहुंचकर लोगों को शांत करने की कोशिश कर रहे हैं।
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जांच की तैयारी, प्रशासन सतर्क
अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि पूरे मामले की जांच कराई जाएगी और यदि कहीं भी उपचार में चूक पाई गई, तो जिम्मेदारों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। वहीं, पुलिस ने भी हादसे और परिजनों के आरोपों की अलग से जांच शुरू कर दी है।
