बीकानेर में राष्ट्रीय स्तरीय क्लिनिकल ट्रायल वर्कशॉप: मेडिकल रिसर्च को नई दिशा
सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज, बीकानेर की मल्टी-डिसिप्लिनरी रिसर्च यूनिट (एमआरयू) ने डिपार्टमेंट ऑफ हेल्थ रिसर्च, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, नई दिल्ली के सहयोग से तीन दिवसीय राष्ट्रीय क्लिनिकल ट्रायल वर्कशॉप का आयोजन सफलतापूर्वक पूरा किया। यह अवसर इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि राजस्थान में किसी भी मेडिकल कॉलेज की एमआरयू को पहली बार राष्ट्रीय स्तर पर इस तरह का आयोजन करने की जिम्मेदारी सौंपी गई।
उद्घाटन सत्र: अनुभवी विशेषज्ञों के साथ नई शुरुआत
वर्कशॉप का शुभारंभ मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुरेंद्र कुमार ने किया। उन्होंने मुंबई से आए विशेषज्ञ चिकित्सकों का स्वागत करते हुए कहा कि क्लिनिकल ट्रायल रिसर्च से जुड़ी बाधाओं, नैतिक आयामों तथा तकनीकी जरूरतों को समझने के लिए यह प्रशिक्षण अत्यंत उपयोगी रहेगा।
उन्होंने विश्वास जताया कि यह वर्कशॉप बीकानेर के फैकल्टी सदस्यों को अंतरराष्ट्रीय मानकों पर शोध कार्य आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण आधार प्रदान करेगी।
देशभर के प्रतिष्ठित संस्थानों से विशेषज्ञों की भागीदारी
इस वर्कशॉप में टाटा मेमोरियल सेंटर मुंबई से वरिष्ठ विशेषज्ञ डॉ. अनंत रामास्वामी, डॉ. साधना कन्नन, डॉ. विक्रम गोटा, डॉ. वी. श्रीलाल, डॉ. शिवा कुमार और डॉ. नवीन खत्री ने भाग लिया।
इसके अलावा एसएमएस मेडिकल कॉलेज जयपुर, आरयूएचएस जयपुर, एसएन मेडिकल कॉलेज जोधपुर और एसपी मेडिकल कॉलेज बीकानेर के विशेषज्ञों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
इन विशेषज्ञों ने क्लिनिकल ट्रायल डिजाइन, एथिकल क्लीयरेंस, नियामक प्रक्रियाएं, डेटा मैनेजमेंट, सांख्यिकीय मूल्यांकन तथा ट्रायल संचालन के दौरान आने वाली चुनौतियों पर विस्तृत व्याख्यान दिया। प्रतिभागियों को प्रैक्टिकल ट्रेनिंग और केस-बेस्ड लर्निंग से भी जोड़ा गया।
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क्लिनिकल रिसर्च को नई मजबूती: एमआरयू का दृष्टिकोण
एमआरयू के नोडल अधिकारी डॉ. संजय कोचर ने कहा कि यह वर्कशॉप क्लिनिकल रिसर्च को सुदृढ़ करने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी।
उन्होंने बताया कि अब बीकानेर के चिकित्सक अंतरराष्ट्रीय स्तर के क्लिनिकल ट्रायल स्वयं डिजाइन करने और स्वतंत्र रूप से संचालित करने की क्षमता विकसित कर सकेंगे, जो क्षेत्रीय चिकित्सा शोध के लिए बड़ा कदम है।
संस्थागत क्षमता में वृद्धि: प्राचार्य का संदेश
प्राचार्य डॉ. सुरेंद्र कुमार ने डिपार्टमेंट ऑफ हेल्थ रिसर्च का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस वर्कशॉप से एसपी मेडिकल कॉलेज की शोध क्षमताओं में कई गुना वृद्धि होगी।
उन्होंने उम्मीद जताई कि निकट भविष्य में बीकानेर से उच्च स्तरीय क्लिनिकल ट्रायल और शोध पत्र राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय मंचों पर सामने आएंगे।
वर्कशॉप के सफल आयोजन में एमआरयू बीकानेर यूनिट के रिसर्च वैज्ञानिक डॉ. निरंजना और डॉ. मोहम्मद रिज़वान का विशेष योगदान रहा।
