जिले में ऐसे दिव्यांगजन जो अब तक यूनिक डिसेबिलिटी आईडी कार्ड से वंचित थे, उनके लिए पीबीएम अस्पताल के पीएमआर विभाग में विशेष शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। यह शिविर 28 नवंबर तक प्रतिदिन जारी रहेंगे। प्रशासन की इस पहल से बड़ी संख्या में दिव्यांगजन चिकित्सा परीक्षण और कार्ड निर्माण की प्रक्रिया के लिए शिविर स्थल पर पहुंच रहे हैं।
जिला कलक्टर नम्रता वृष्णि के निर्देश पर इससे पहले 4 से 13 अक्टूबर तक विशेष अभियान चलाया गया था। उसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए 10 नवंबर से शिविरों का पुन: आयोजन शुरू किया गया है, ताकि किसी भी पात्र लाभार्थी को आवश्यक दस्तावेज प्राप्त करने में कोई कठिनाई न हो।
शिविरों का संचालन पीएमआर विभाग द्वारा किया जा रहा है, जिसके प्रभारी इस अभियान के मुख्य संयोजक हैं। मेडिकल बोर्ड में अस्थि रोग, ईएनटी, नेत्र रोग और न्यूरोलॉजी विभाग के विशेषज्ञ चिकित्सक तथा क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट शामिल किए गए हैं। प्रशासन ने बोर्ड संयोजक को आवश्यकता पड़ने पर अन्य विभागों में कार्यरत चिकित्सकों को भी शामिल करने के निर्देश दिए हैं, जिससे मूल्यांकन प्रक्रिया सुचारू और व्यापक हो सके।
शिविर प्रतिदिन सुबह 9 बजे से दोपहर 3 बजे तक आयोजित किए जा रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि इन शिविरों का उद्देश्य दिव्यांगजनों को एक ही स्थान पर सभी चिकित्सा परीक्षण और दस्तावेज सत्यापन की सुविधा उपलब्ध कराना है। इससे न केवल प्रक्रिया सरल होगी बल्कि लाभार्थियों को बार-बार अस्पताल के चक्कर लगाने से भी राहत मिलेगी।
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अभियान से जुड़े अधिकारियों का अनुमान है कि इस श्रृंखला के अंत तक जिले के अधिकांश पात्र दिव्यांगजन अपने यूनिक डिसेबिलिटी आईडी कार्ड प्राप्त कर पाएंगे
