अलवर जिले के नारायणपुर क्षेत्र में बुधवार को एक ऐसा दृश्य देखने को मिला, जिसने स्थानीय लोगों को रोमांच और उत्सुकता से भर दिया। आतेला के केरली गांव की रहने वाली एक महिला अपने पति के साथ हेलीकॉप्टर से बेराला की ढाणी पहुंची, जहां वह अपने बेटे की शादी से पहले भाइयों को भात देने का पारंपरिक निमंत्रण लेकर आई थी। हेलीकॉप्टर के उतरते ही आसपास के कई गांवों से लोग पहुंच गए और पूरा इलाका असाधारण उत्साह से भर उठा।
परिवार के सदस्यों ने बताया कि भांजे कृष्ण कुमार यादव की शादी को खास बनाने का उद्देश्य इस अनोखी पहल के पीछे था। ग्रामवासी गणपत यादव ने बताया कि करीब तीन सप्ताह पहले ही परिवार को सूचना मिल गई थी कि बहन हेलीकॉप्टर से भात देने आएगी, जिसके बाद घर में तैयारियों का दौर शुरू हो गया।
इस आयोजन की पृष्ठभूमि में एक भावनात्मक कहानी भी जुड़ी है। पावटा स्कूल के प्राचार्य जय सिंह यादव ने बताया कि वर्ष 1986 में उनकी शादी के समय अफवाह फैल गई थी कि वे हेलीकॉप्टर से बारात लेकर आएंगे। जबकि सच यह था कि उस दौर में वे साइकिल तक मुश्किल से खरीद पाते थे। इस गलतफहमी ने उस समय उनके माता-पिता को सामाजिक असुविधा महसूस करवाई थी।
अब आर्थिक रूप से सक्षम होने पर जय सिंह ने अपने माता-पिता की उस अधूरी इच्छा को पूरा करने का निर्णय लिया। इसी भावना के साथ परिवार ने लगभग नौ लाख रुपये खर्च कर हेलीकॉप्टर की बुकिंग कराई। यह हेलीकॉप्टर तीन मुख्य कार्यक्रमों का हिस्सा बनेगा—भात न्यौता, दूल्हे की बारात का प्रस्थान और विवाह के बाद दुल्हन की विदाई।
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क्षेत्र में पहली बार हुए इस भव्य और अनोखे आयोजन ने ग्रामीणों को आकर्षित किया। कई लोगों ने इसे पारंपरिक रीति-रिवाजों और आधुनिक साधनों के अनोखे मेल के रूप में देखा।
