बीकानेर। मुख्यमंत्री “शिक्षित राजस्थान” अभियान के तहत मौखिक प्रवाह पठन (ओआरएफ) कार्यक्रम की प्रभावशीलता और छात्रों के बौद्धिक विकास का आकलन करने के उद्देश्य से प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय, बीकानेर के सहायक निदेशक श्रवण कुमार जाणी ने औचक निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान पी.एम. श्री राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय आमेठा (ब्लॉक अकलेरा) का दौरा किया गया। यहां 31 में से केवल 25 कार्मिक उपस्थित पाए गए, जबकि 596 छात्रों में से 225 ही उपस्थित थे। हिंदी विषय के मौखिक प्रवाह पठन परीक्षण में अधिकांश छात्रों का स्तर संतोषजनक पाया गया। कई छात्रों ने सरल हिंदी पठन प्रस्तुत किया और कुछ की गृहकार्य पुस्तिकाएं जांची गईं।
निरीक्षण में मिड-डे मील योजना के तहत छात्र उपस्थिति और विभागीय मेनू में विसंगतियां पाई गईं। सहायक निदेशक ने सीबीईओ अकलेरा को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने विद्यालय के कार्मिक उपस्थिति रजिस्टर, छात्र उपस्थिति रजिस्टर, पुस्तकालय रजिस्टर, कार्यपुस्तिका वितरण रजिस्टर, शिक्षक दैनंदिनी, नामांकन वृद्धि, स्वच्छता और पोषाहार जैसे विभिन्न अभिलेखों का भी निरीक्षण किया।
इसके बाद सहायक निदेशक जाणी ने झालरापाटन ब्लॉक स्थित राउप्रावि गादिया कुण्ड का निरीक्षण किया। यहां 7 में से केवल 3 कार्मिक उपस्थित पाए गए, जबकि 92 छात्रों में से 67 छात्र उपस्थित थे। कक्षा 3 से 8 तक के अधिकांश छात्रों ने हिंदी पाठ्यक्रम के अनुसार पठन किया।
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निरीक्षण के दौरान सहायक निदेशक ने दोनों विद्यालयों के संस्था प्रधानों को शैक्षिक एवं भौतिक स्तर में सुधार के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए और संबलन प्रदान किया। निरीक्षण में अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी बालचंद कारपेंटर भी उपस्थित रहे।
यह निरीक्षण बीकानेर में ORF पठन अभियान की गुणवत्ता, छात्र उपस्थिति और शिक्षकों की जिम्मेदारी सुनिश्चित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
