मोघा बदलने के विवाद में बेकाबू भीड़ ने पुलिस पर किया पथराव, सरकारी वाहन क्षतिग्रस्त
बीकानेर। जिले के खाजूवाला थाना क्षेत्र के 40 केवाईडी गांव में शनिवार को सिंचाई के मोघे (पानी के निकास बिंदु) को लेकर शुरू हुआ विवाद अचानक हिंसक हो गया। भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर दिया, जिससे खाजूवाला थाना की सरकारी डायल-112 बोलेरो के शीशे टूट गए।
घटना में सब इंस्पेक्टर हरपाल सिंह और तहसीलदार राजकुमारी बिश्नोई को चोटें आईं, हालांकि दोनों की स्थिति सामान्य बताई जा रही है।
विवाद की जड़ – पानी वितरण को लेकर तनाव
जानकारी के अनुसार, ग्रामीणों के दो समूहों के बीच कृषि सिंचाई के मोघे बदलने को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था। शनिवार को जब जल विभाग की टीम के साथ पुलिस और राजस्व अधिकारी मौके पर पहुंचे, तो एक पक्ष ने मोघा बदलने का विरोध शुरू कर दिया।
विवाद बढ़ता गया और देखते ही देखते स्थिति बेकाबू हो गई।
भीड़ ने किया पथराव, पुलिस ने बचाव में संभाली स्थिति
स्थिति बिगड़ने पर पुलिस दल पर अचानक पथराव शुरू हो गया।
हमले में पुलिस वाहन के शीशे टूट गए और पास खड़ी एक जेसीबी मशीन के भी कांच क्षतिग्रस्त हो गए।
हालात को देखते हुए पुलिस ने तत्काल अतिरिक्त बल बुलाया और भीड़ को काबू में लेकर स्थिति को नियंत्रण में किया।
खाजूवाला सीओ अमरजीत सिंह, सीआई सुरेंद्र प्रजापत और तहसीलदार राजकुमारी बिश्नोई मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाइश दी।
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सब इंस्पेक्टर हरपाल सिंह घायल, बड़ी घटना टली
पथराव के दौरान सब इंस्पेक्टर हरपाल सिंह के सिर और हाथ में चोटें आईं।
तहसीलदार राजकुमारी बिश्नोई को भी हल्की चोटें लगीं, लेकिन दोनों अधिकारियों ने स्थिति को शांत करने में अहम भूमिका निभाई।
पुलिस की तत्परता से बड़ी अनहोनी टल गई।
पुलिस ने शुरू की जांच, उपद्रवियों की तलाश जारी
घटना के बाद पुलिस ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा, तोड़फोड़ और हमला करने के मामले दर्ज कर लिए हैं।
थाना अधिकारी ने बताया कि मौके पर मौजूद वीडियो फुटेज और मोबाइल रिकॉर्डिंग के आधार पर उपद्रवियों की पहचान की जा रही है।
सीओ अमरजीत सिंह ने कहा, “कानून व्यवस्था बिगाड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन किसी भी तरह की अराजकता बर्दाश्त नहीं करेगा।”
स्थिति अब नियंत्रण में, क्षेत्र में पुलिस तैनात
पथराव के बाद से ही 40 केवाईडी गांव और आसपास के इलाके में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
ग्रामीणों से अपील की गई है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और किसी भी विवाद की सूचना सीधे थाने में दें।
