बीकानेर में अवैध पेट्रोलियम बिक्री से नाराज पेट्रोल पंप संचालक, राजस्व नुकसान का लगाया आरोप
बीकानेर। जिले में नकली और अवैध पेट्रोलियम पदार्थों की बिक्री को लेकर पेट्रोल पंप संचालकों में भारी आक्रोश है। बीते दिनों मिली नकली पेट्रोलियम सामग्री के बाद से पंप संचालकों ने प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि प्रशासन ने कार्रवाई नहीं की, तो 21 नवंबर से जिले के सभी पेट्रोल पंप अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।
अधिकारीयों से की शिकायत, कार्रवाई की मांग
मंगलवार को पेट्रोल पंप संचालकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने अतिरिक्त संभागीय आयुक्त, जिला कलेक्टर, पुलिस महानिरीक्षक और जीएसटी आयुक्त से मुलाकात की। संचालकों ने आरोप लगाया कि जिले में बिना किसी लाइसेंस के अवैध रूप से पेट्रोलियम पदार्थों की बिक्री हो रही है।
उनका कहना है कि डीजल के नाम पर बेस ऑयल, वाइट ऑयल, टर्पेंटाइन ऑयल और लिक्विड पैराफिन जैसे इंडस्ट्रियल केमिकल खुलेआम वाहनों में भरे जा रहे हैं। यह न केवल विस्फोटक अधिनियम का उल्लंघन है, बल्कि आम जनता की सुरक्षा के लिए भी गंभीर खतरा है।
हर महीने हो रहा करोड़ों का राजस्व नुकसान
पेट्रोल पंप संचालक संघ के अध्यक्ष सुरपत सिंह राजवी ने बताया कि इन अवैध बिक्री केंद्रों के कारण राज्य सरकार को हर महीने करीब 10 करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान हो रहा है। वहीं, वैध पंप संचालक जो टैक्स भरते हैं और सभी सुरक्षा मानकों का पालन करते हैं, वे लगातार घाटे में जा रहे हैं।
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राजवी ने कहा, “हमारे पंप नियमों के तहत काम करते हैं, लेकिन अवैध फैक्ट्रियां बिना बिल और जीएसटी के पेट्रो-केमिकल बेच रही हैं। यह न केवल अनुचित प्रतिस्पर्धा है, बल्कि जनसुरक्षा के लिए भी बड़ा खतरा है।”
10 दिन में कार्रवाई नहीं हुई तो बंद रहेंगे सभी पंप
संघ ने प्रशासन को 10 दिन का समय देते हुए स्पष्ट कहा है कि यदि इस अवधि में अवैध विक्रेताओं पर कार्रवाई नहीं की गई, तो जिले भर के पेट्रोल पंप 21 नवंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।
संचालकों का कहना है कि यह आंदोलन केवल अपने हित के लिए नहीं, बल्कि सार्वजनिक सुरक्षा और सरकारी राजस्व की रक्षा के लिए किया जाएगा।
