जिले में मूंगफली गिरदावरी (Peanut Girdawari) में गड़बड़ी का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। जनप्रतिनिधियों और किसानों की निष्पक्ष जांच की मांग के बीच अब प्रशासन ने फर्जी टोकन जारी करने के आरोप में दो ई-मित्र संचालकों पर मुकदमा दर्ज कराया है। यह कार्रवाई तहसीलदार नितिश कांत शर्मा द्वारा गजनेर थाना पुलिस में करवायी गई है।
तहसीलदार की शिकायत पर दर्ज हुआ मुकदमा
तहसीलदार नितिश कांत शर्मा ने रिपोर्ट में बताया कि संपतलाल उपाध्याय और नारायण पायवाल, जिनके कोलायत क्षेत्र में ई-मित्र कियोस्क संचालित हैं, उन्होंने गिरदावरी की फर्जी प्रविष्टियां तैयार कर मूंगफली के टोकन अवैध रूप से जारी किए।
सहायक कलक्टर की जांच में यह बात सामने आई कि इन दोनों संचालकों ने राजकीय दस्तावेजों में कूटरचित प्रविष्टियां कीं, जिससे सरकारी राजकोष को नुकसान पहुंचा।
जांच के बाद एफआईआर के निर्देश
सहायक कलक्टर द्वारा मामले की प्रारंभिक जांच पूरी होने के बाद एफआईआर दर्ज करने के निर्देश जारी किए गए थे। इसी के आधार पर गजनेर थाना पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा होने की संभावना
प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, कोलायत क्षेत्र के इन दो कियोस्क पर मिली गड़बड़ी के बाद जिलेभर में अन्य ई-मित्र कियोस्कों की भी गहन जांच शुरू की जा रही है।
कई जनप्रतिनिधियों का कहना है कि यदि पूरे जिले में इसी प्रकार की जांच की गई, तो बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़े का खुलासा हो सकता है।
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जिला प्रशासन हुआ सतर्क
घटना के बाद जिला प्रशासन ने सभी संबंधित विभागों को निर्देश जारी किए हैं कि गिरदावरी से जुड़े सभी रिकॉर्ड और डेटा का क्रॉस-वेरिफिकेशन (Cross Verification) किया जाए।
सूत्रों का कहना है कि आगे और भी नाम सामने आ सकते हैं और जांच रिपोर्ट आने के बाद सख्त कार्रवाई की जाएगी।
