बीकानेर:
राजस्थान के मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने बीती रात बीकानेर जिले के नापासर इलाके में नकली डीजल फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया। रात करीब डेढ़ बजे यह कार्रवाई उस समय की गई जब मंत्री खुद मौके पर पहुंचे और फैक्ट्री में चल रहे फर्जीवाड़े को रंगे हाथों पकड़ा।
सूत्रों के अनुसार, मंत्री मीणा भारतमाला मार्ग से जोधपुर से बीकानेर लौट रहे थे। रास्ते में उन्होंने देखा कि एक पिकअप वाहन ट्रकों में डीजल भर रहा था। जब उन्होंने रुककर पूछताछ की तो ड्राइवर ने बताया कि यह डीजल 75 रुपये प्रति लीटर बेचा जा रहा है। इसी पर मंत्री को शक हुआ और उन्होंने वहीं से गाड़ी मोड़कर नापासर स्थित ‘जयंती बायो डीजल फैक्ट्री’ का रुख किया।
फैक्ट्री में मिला हाइड्रोकार्बन लिक्विड, दो टैंकर भरे हुए मिले
फैक्ट्री पहुंचने पर मंत्री मीणा ने पाया कि परिसर में ड्रमों में संदिग्ध लिक्विड भरा हुआ है, जिसे डीजल बताकर बेचा जा रहा था। मौके पर दो टैंकर भी भरे मिले। मीणा ने बताया कि यह लिक्विड करीब 45 रुपये प्रति लीटर का हाइड्रोकार्बन या पेट्रोकेमिकल पदार्थ है, जिसे फर्जी तरीके से डीजल के रूप में 75 रुपये प्रति लीटर बेचा जा रहा था।
उन्होंने इसे “प्रशासन की नाकामी और खाद्य आपूर्ति विभाग (डीएसओ) की मिलीभगत” करार दिया।
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संभागीय आयुक्त और कलेक्टर को रात में दिया निर्देश
मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने मौके से ही बीकानेर के संभागीय आयुक्त और जिला कलेक्टर को फोन कर पूरी जानकारी दी। उन्होंने तत्काल टीम भेजकर सैंपल लेने और कानूनी कार्रवाई शुरू करने के आदेश दिए। कलेक्टर ने तुरंत कार्रवाई का भरोसा दिलाया और जांच दल को फैक्ट्री की ओर रवाना किया।
फैक्ट्री से बरामद हुई लाखों की नकदी
छापेमारी के दौरान मंत्री ने फैक्ट्री में रखे 10 से 12 लाख रुपये नकद के बारे में पूछताछ की। फैक्ट्री संचालक ने दावा किया कि यह पैसा हनुमानगढ़ में प्लॉट बेचने से आया है। हालांकि, मंत्री मीणा ने मौके पर मौजूद नापासर थानाधिकारी को नकदी जब्त करने और जांच के आदेश दिए।
प्रशासन पर उठे सवाल, सख्त कार्रवाई के संकेत
मंत्री ने कहा कि “राज्य में खुलेआम नकली डीजल का व्यापार होना प्रशासन की बड़ी विफलता है। यह न सिर्फ जनता के साथ धोखा है बल्कि कर चोरी और सुरक्षा जोखिम का मामला भी है।” उन्होंने आश्वासन दिया कि मामले की उच्चस्तरीय जांच करवाई जाएगी और दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी।
