पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने भारत पर लगाया बड़ा आरोप, कहा- “तालिबान के पीछे नई दिल्ली का हाथ”
इस्लामाबाद/काबुल: पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच हालिया संघर्ष के बीच पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने एक चौंकाने वाला बयान दिया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि तालिबान भारत के इशारे पर पाकिस्तान के खिलाफ प्रॉक्सी युद्ध लड़ रहा है।
बीते दिनों पाकिस्तानी सेना और तालिबान लड़ाकों के बीच हुई झड़पों में 100 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। मरने वालों में तालिबानी लड़ाके, पाकिस्तानी सैनिक और आम नागरिक शामिल हैं। दोनों देशों के बीच तनाव इतना बढ़ गया कि पाकिस्तान ने अफगानिस्तान की सीमा में दो बार हवाई हमले भी किए।
“तालिबान को भारत का समर्थन”, पाक मंत्री का गंभीर आरोप
एक इंटरव्यू में ख्वाजा आसिफ ने कहा,
“पाकिस्तान के खिलाफ तालिबान भारत का प्रॉक्सी वॉर लड़ रहा है। उनके कई फैसले सीधे भारत सरकार के प्रभाव में लिए जा रहे हैं।”
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यह बयान ऐसे समय पर आया है जब दोनों देशों के बीच संघर्ष सीजफायर की घोषणा के बाद कुछ समय के लिए रुका हुआ है। हालांकि आसिफ ने इस युद्धविराम की स्थिरता पर भी संदेह जताया है।
भारत और अफगानिस्तान की नजदीकियां बनीं शक की वजह?
विशेषज्ञों के अनुसार, भारत और अफगानिस्तान के बढ़ते कूटनीतिक संबंध पाकिस्तान के लिए लंबे समय से चिंता का विषय रहे हैं। कुछ ही समय पहले तालिबान सरकार के विदेश मंत्री अमीर खान मुत्तकी ने भारत का दौरा किया था, जिसमें आर्थिक सहयोग, क्षेत्रीय स्थिरता और मानवीय सहायता जैसे विषयों पर चर्चा हुई थी।
हालांकि भारत की ओर से तालिबान को किसी प्रकार की सैन्य मदद या पाकिस्तान के खिलाफ उकसाने का कोई प्रमाण सामने नहीं आया है। भारत की नीति अफगानिस्तान में स्थिरता और मानवीय सहायता पर केंद्रित रही है।
सीजफायर पर भी उठे सवाल
पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच 48 घंटे के लिए युद्धविराम लागू किया गया है, लेकिन पाकिस्तानी नेतृत्व को इसमें टिकाऊ समाधान की उम्मीद नहीं है। ख्वाजा आसिफ ने कहा,
“तालिबान पर हमें भरोसा नहीं है। जब तक उनके पीछे की ताकतें सक्रिय हैं, शांति मुमकिन नहीं।”
भारत की प्रतिक्रिया का इंतज़ार
अब सभी की नजर भारत सरकार की संभावित प्रतिक्रिया पर है। अभी तक भारत ने पाक रक्षा मंत्री के इन आरोपों को लेकर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह पाकिस्तान की आंतरिक विफलताओं से ध्यान हटाने की रणनीति हो सकती है।