बीकानेर: पूर्व सरपंच की संदिग्ध हत्या से ग्रामीणों में हड़कंप, जांच में जुटी पुलिस
श्रीडूंगरगढ़, बीकानेर | 19 सितंबर 2025:
राजस्थान के बीकानेर जिले में एक पूर्व सरपंच की बेरहमी से हत्या कर दी गई। घटना श्रीडूंगरगढ़ थाना क्षेत्र के धीरदेसर चोटियान गांव की है, जहां बीती रात को 70 वर्षीय मेघराज चोटिया की हत्या हो गई। ग्रामीणों में इस वारदात को लेकर भय और आक्रोश व्याप्त है।
कौन थे मेघराज चोटिया?
मेघराज चोटिया गांव के सम्मानित और सामाजिक रूप से सक्रिय व्यक्ति थे। वे वर्ष 2005 से 2010 तक गांव के सरपंच रहे और उसके बाद भी समाजसेवा में लगातार सक्रिय थे। वे अपनी पत्नी के साथ गांव में ही निवास कर रहे थे।
हत्या से पहले हुआ था विवाद
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, बीती रात मेघराज चोटिया का किसी व्यक्ति से विवाद हुआ था। हालांकि विवाद के कारण और उसमें शामिल लोगों की पुष्टि फिलहाल नहीं हो पाई है। सुबह जब आसपास के लोगों को घटना की जानकारी मिली, तो उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी।
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मौके पर पहुंची पुलिस टीम
घटना की सूचना मिलते ही सीओ श्रीडूंगरगढ़ और थाना प्रभारी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और घटनास्थल की बारीकी से जांच शुरू की। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है और आसपास के लोगों से पूछताछ की जा रही है।
पुलिस ने शुरू की जांच, फॉरेंसिक टीम भी बुलाई गई
पुलिस ने हत्या के पीछे के कारणों का पता लगाने के लिए फॉरेंसिक टीम को भी बुलाया है। प्रथम दृष्टया मामला आपसी रंजिश या किसी पूर्व विवाद का प्रतीत हो रहा है, लेकिन पुलिस सभी पहलुओं से जांच कर रही है।
गांव में पसरा मातम, सुरक्षा बढ़ाई गई
हत्या के बाद गांव में भय का माहौल है। पुलिस ने किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था की है। ग्रामीणों की भीड़ घटनास्थल पर उमड़ पड़ी, जिससे स्थिति को संभालने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी।
पुलिस का बयान
सीओ श्रीडूंगरगढ़ ने मीडिया को बताया कि,
“हम मामले की गहन जांच कर रहे हैं। गांव में जो भी घटनाक्रम हुआ है, उसकी हर एंगल से जांच की जा रही है। जल्द ही आरोपी की गिरफ्तारी होगी।”
निष्कर्ष
पूर्व सरपंच मेघराज चोटिया की हत्या ने बीकानेर क्षेत्र में कानून-व्यवस्था को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। यह घटना न केवल समाज को झकझोरने वाली है, बल्कि यह ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ते आपराधिक मामलों की ओर भी इशारा करती है। अब देखना यह है कि पुलिस कितनी जल्दी आरोपियों को पकड़कर पीड़ित परिवार को न्याय दिला पाती है।