जयपुर:
राजस्थान सरकार और अजीम प्रेमजी फाउंडेशन की साझेदारी में प्रदेश की बालिकाओं को उच्च शिक्षा के लिए आर्थिक सहायता देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल की गई है। शैक्षणिक सत्र 2025-26 से 35,000 मेधावी छात्राओं को प्रतिवर्ष ₹30,000 की छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी। इस योजना का उद्देश्य राजकीय विद्यालयों में पढ़ने वाली बेटियों को कॉलेज स्तर तक शिक्षा जारी रखने के लिए प्रोत्साहित करना है।
कौन ले सकता है इस छात्रवृत्ति का लाभ?
यह छात्रवृत्ति उन छात्राओं को प्रदान की जाएगी जो निम्नलिखित सभी योग्यताएं पूरी करती हों:
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राजकीय विद्यालय से 10वीं और 12वीं कक्षा उत्तीर्ण की हो।
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वर्तमान में किसी मान्यता प्राप्त कॉलेज या तकनीकी संस्थान में स्नातक डिग्री या डिप्लोमा (2 से 5 वर्ष का कोर्स) के प्रथम वर्ष में नियमित रूप से अध्ययनरत हों।
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छात्रा की पारिवारिक पृष्ठभूमि कमजोर हो और उसे आर्थिक सहायता की आवश्यकता हो।
यह योजना विशेष रूप से ग्रामीण और पिछड़े इलाकों की छात्राओं को ध्यान में रखकर तैयार की गई है, जहां उच्च शिक्षा के अवसर सीमित हैं।
आवेदन प्रक्रिया और अंतिम तिथि
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ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया अजीम प्रेमजी फाउंडेशन की आधिकारिक वेबसाइट पर निःशुल्क शुरू हो चुकी है।
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आवेदन की अंतिम तिथि 30 सितंबर 2025 निर्धारित की गई है।
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अभी तक 12,000 से अधिक छात्राएं आवेदन कर चुकी हैं, जिससे योजना को मिल रही सकारात्मक प्रतिक्रिया स्पष्ट है।
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छात्रवृत्ति योजना का द्वितीय चरण 10 जनवरी से 31 जनवरी 2026 तक आयोजित किया जाएगा, जिसमें वे छात्राएं आवेदन कर सकेंगी जो प्रथम चरण में छूट गई हों।
योजना की निगरानी और संचालन
इस योजना की क्रियान्वयन प्रक्रिया को प्रभावी बनाने के लिए राज्य उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग ने तैयारी तेज कर दी है। विभाग के अतिरिक्त सचिव कुलदीप रांका की अध्यक्षता में हाल ही में प्रदेश के सभी महाविद्यालय प्राचार्यों के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग बैठक आयोजित की गई। बैठक में योजना के प्रत्येक पहलू पर विस्तृत चर्चा की गई, ताकि समय पर चयन और वितरण सुनिश्चित हो सके।
उद्देश्य और दीर्घकालिक प्रभाव
यह छात्रवृत्ति योजना सिर्फ आर्थिक सहायता प्रदान करने तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका मुख्य उद्देश्य छात्राओं को आत्मनिर्भर बनाना और उच्च शिक्षा के क्षेत्र में महिला भागीदारी को बढ़ाना है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि योजना प्रभावी ढंग से लागू होती है, तो यह आने वाले वर्षों में राजस्थान की बालिका शिक्षा दर में उल्लेखनीय वृद्धि कर सकती है।
आवेदन के लिए जरूरी दस्तावेज़
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10वीं और 12वीं की अंकतालिकाएं (राजकीय विद्यालय से)
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कॉलेज में प्रवेश प्रमाण पत्र
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आधार कार्ड
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बैंक खाता विवरण
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परिवार की आय प्रमाण-पत्र
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पासपोर्ट साइज़ फोटो
निष्कर्ष
राजस्थान की बेटियों के लिए यह स्कॉलरशिप योजना एक सुनहरा अवसर है। न केवल यह उन्हें आर्थिक रूप से सक्षम बनाएगी, बल्कि उनका मनोबल भी बढ़ाएगी। सरकार और अजीम प्रेमजी फाउंडेशन की इस संयुक्त पहल से प्रदेश में महिला शिक्षा को नया आयाम मिलेगा।