Khabar21
  • होम
  • बीकानेर
  • राजस्थान
  • देश-दुनिया
  • व्यापार
  • मनोरंजन
  • धार्मिक
  • करियर
  • खेल
Reading: राजस्थान विधायक खरीद-फरोख्त मामला झूठा, हाईकोर्ट ने बंद किया पांच साल पुराना केस
Share
Aa
Aa
Khabar21
  • होम
  • बीकानेर
  • राजस्थान
  • देश-दुनिया
  • व्यापार
  • मनोरंजन
  • धार्मिक
  • करियर
  • खेल
Search
  • होम
  • बीकानेर
  • राजस्थान
  • देश-दुनिया
  • व्यापार
  • मनोरंजन
  • धार्मिक
  • करियर
  • खेल
Follow US
Khabar21 > Blog > बीकानेर > राजस्थान विधायक खरीद-फरोख्त मामला झूठा, हाईकोर्ट ने बंद किया पांच साल पुराना केस
बीकानेर

राजस्थान विधायक खरीद-फरोख्त मामला झूठा, हाईकोर्ट ने बंद किया पांच साल पुराना केस

editor
editor Published September 16, 2025
Last updated: 2025/09/16 at 6:08 PM
Share
SHARE
Chat on WhatsApp
Share News

राजस्थान की राजनीति में बड़ा मोड़: हाईकोर्ट ने विधायक खरीद-फरोख्त मामला किया बंद, सचिन पायलट समेत सभी को मिली राहत

Contents
क्या था पूरा मामला?किनके खिलाफ दर्ज हुआ था केस?जांच में क्या निकला सामने?हाईकोर्ट का फैसला क्यों है अहम?आरोपियों का पक्ष: राजनीतिक साजिश थी पूरा मामलासियासी प्रतिक्रियाएं:✔️ सचिन पायलट✔️ भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़✔️ भजनलाल सरकार के मंत्री सुरेश रावतक्या है इसका राजनीतिक प्रभाव?

जयपुर। राजस्थान की राजनीति में साल 2020 के दौरान हुई हलचल ने अब न्यायिक स्तर पर बड़ा मोड़ ले लिया है। राजस्थान हाईकोर्ट ने बहुचर्चित विधायक खरीद-फरोख्त मामले को खारिज करते हुए इसे ‘अपराध रहित’ करार दिया है। कोर्ट ने एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की अंतिम रिपोर्ट को स्वीकार करते हुए इस पांच साल पुराने केस को औपचारिक रूप से बंद करने का आदेश दिया है।


क्या था पूरा मामला?

यह विवाद जुलाई 2020 में सामने आया, जब तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच सत्ता संघर्ष अपने चरम पर था। गहलोत खेमे ने पायलट और उनके सहयोगी विधायकों पर सरकार गिराने की साजिश और विधायकों की खरीद-फरोख्त के आरोप लगाए थे।

इस आरोप के आधार पर पहले SOG (स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप) और फिर ACB ने जांच शुरू की। दावा किया गया कि भाजपा की मदद से कुछ कारोबारी और राजनीतिक चेहरे निर्दलीय विधायकों को पैसे का लालच देकर सरकार को गिराने की कोशिश कर रहे थे।

- Advertisement -

किनके खिलाफ दर्ज हुआ था केस?

मामले में भरत मालानी (उदयपुर), अशोक सिंह (ब्यावर), करण सिंह और अनिल मिश्रा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। बाद में सचिन पायलट का नाम भी इसमें जोड़ा गया। आरोप था कि इन्होंने निर्दलीय विधायक रमीला खड़िया और अन्य को लालच देकर अपने पक्ष में करने की कोशिश की।


जांच में क्या निकला सामने?

एसीबी की जांच मुख्यतः फोन रिकॉर्डिंग पर आधारित थी, जिसमें कथित साजिश की बात कही गई। लेकिन कोर्ट में पेश की गई फाइनल रिपोर्ट (FR) में कहा गया कि:

  • कॉल रिकॉर्डिंग में केवल सामान्य बातचीत पाई गई।

  • कोई ठोस सबूत, पैसे के लेन-देन या धमकी का प्रमाण नहीं मिला।

  • कॉल्स में कोरोना, आईपीएल और राजनीतिक माहौल की चर्चा थी, न कि खरीद-फरोख्त की।

इन्हीं तथ्यों के आधार पर ACB ने केस को बंद करने की सिफारिश की।


हाईकोर्ट का फैसला क्यों है अहम?

जस्टिस आशुतोष कुमार की बेंच ने कहा कि जब जांच एजेंसी ने खुद किसी अपराध के प्रमाण नहीं पाए, तो एफआईआर का औचित्य नहीं बनता। इसलिए प्रकरण को समाप्त किया जा रहा है। इस फैसले से भरत मालानी, अशोक सिंह और अन्य आरोपियों को कानूनी रूप से क्लीन चिट मिल गई है।


आरोपियों का पक्ष: राजनीतिक साजिश थी पूरा मामला

याचिकाकर्ता पक्ष के वरिष्ठ वकील वीआर बाजवा और पंकज गुप्ता ने कोर्ट में दलील दी कि:

  • यह मामला पूरी तरह राजनीतिक द्वेष पर आधारित था।

  • गहलोत सरकार ने अपनी आंतरिक कलह छिपाने के लिए फर्जी मामला दर्ज कराया।

  • फोन कॉल्स में केवल व्यक्तिगत गपशप थी, जो आपराधिक साजिश नहीं मानी जा सकती।


सियासी प्रतिक्रियाएं:

✔️ सचिन पायलट

“मैंने अभी पूरी रिपोर्ट नहीं देखी, लेकिन अगर कोर्ट ने क्लीन चिट दी है तो कुछ कहने को नहीं बचा। न्यायपालिका में पूरा भरोसा है।”

✔️ भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़

“कांग्रेस ने खुद की अंतर्कलह छिपाने के लिए झूठे केस दर्ज करवाए थे। अब सच्चाई सामने आ गई है।”

✔️ भजनलाल सरकार के मंत्री सुरेश रावत

“यह ड्रामा था, जिसमें सरकार ने जनता को छोड़कर होटल में समय बिताया। कांग्रेस की आदत है दूसरों पर दोष मढ़ने की।”


क्या है इसका राजनीतिक प्रभाव?

इस फैसले ने एक बार फिर राजस्थान की कांग्रेस राजनीति में सचिन पायलट की स्थिति को मजबूत किया है। वहीं, कांग्रेस नेतृत्व पर सत्ता बचाने के लिए सरकारी एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप भी गहरा हो गया है।

भाजपा इस पूरे घटनाक्रम को 2028 विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक हथियार के तौर पर इस्तेमाल कर सकती है।


Share News
Chat on WhatsApp

editor September 16, 2025
Share this Article
Facebook TwitterEmail Print

Latest Post

आरटीई प्रवेश से पहले स्कूल प्रोफाइल अपडेट अनिवार्य, शिक्षा विभाग ने बढ़ाई सख्ती
बीकानेर
सर्वोदय बस्ती में सीवरेज जाम से हालात बिगड़े, लोग भारी परेशानी में
बीकानेर
इंडिगो संकट: रिफंड और फ्री री-शेड्यूलिंग का वादा, DGCA ने निर्देश वापस लिए
देश-दुनिया
तीन दिन में तीसरी धमकी, राजस्थान हाईकोर्ट को बम धमाके की ईमेल से हड़कंप
राजस्थान
There will be power cuts in these areas tomorrow - know which areas are included
कल इन क्षेत्रों में रहेगी बिजली कटौती – जानें कौन-कौन से इलाके शामिल
बीकानेर
बंद घर को चोरों ने बनाया निशाना, नकदी और जेवरात चोरी
बीकानेर
दहेज उत्पीड़न का मामला दर्ज, विवाहिता ने पांच ससुरालजन नामजद
बीकानेर
डिग्गी में युवती का शव मिलने पर आक्रोश, ग्रामीणों का थाने के बाहर धरना
बीकानेर

You Might Also Like

बीकानेर

आरटीई प्रवेश से पहले स्कूल प्रोफाइल अपडेट अनिवार्य, शिक्षा विभाग ने बढ़ाई सख्ती

Published December 5, 2025
बीकानेर

सर्वोदय बस्ती में सीवरेज जाम से हालात बिगड़े, लोग भारी परेशानी में

Published December 5, 2025
There will be power cuts in these areas tomorrow - know which areas are included
बीकानेर

कल इन क्षेत्रों में रहेगी बिजली कटौती – जानें कौन-कौन से इलाके शामिल

Published December 5, 2025
बीकानेर

बंद घर को चोरों ने बनाया निशाना, नकदी और जेवरात चोरी

Published December 5, 2025
Khabar21
Follow US

© Copyright 2022, All Rights Reserved Khabar21 | Designed by Uddan Promotions Pvt. Ltd.

  • About Us
  • Contact
  • Privacy Policy
Join WhatsApp Group

Removed from reading list

Undo
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?