बीकानेर में खातेदारी जमीन पर अवैध कॉलोनी का फर्जीवाड़ा, 7 लोगों पर दर्ज हुआ मुकदमा
बीकानेर। शहर में भू-माफिया के हौसले एक बार फिर बेनकाब हुए हैं। जस्सूसर गेट निवासी मोहनलाल राठी ने मुक्ताप्रसाद पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करवाई है, जिसमें उन्होंने अपनी पत्नी की खातेदारी कृषि भूमि को फर्जी तरीके से कॉलोनी में बदलने और भूखंड बेचने के संगीन आरोप लगाए हैं।
इस मामले में चन्द्रप्रकाश, जयवीर, सरिता, श्रवण देवी, सुषमा देवी और नरेन्द्र प्रसाद को नामजद किया गया है। पीड़ित का कहना है कि आरोपियों ने “विनोद विहार” नामक कॉलोनी विकसित कर कई भूखंड बेच दिए, जो पूरी तरह अवैध है।
क्या है पूरा मामला?
शिकायतकर्ता मोहनलाल राठी ने बताया कि उनकी पत्नी नवलखी देवी के नाम चक गर्बी क्षेत्र में मुरब्बा नंबर 77/33, किलो नंबर 4, 13, 18 पर खातेदारी कृषि भूमि दर्ज है। जुलाई 2024 से लेकर अब तक, आरोपियों ने इस भूमि को अपनी बताकर फर्जी दस्तावेज तैयार किए और उस पर विनोद विहार नाम से कॉलोनी काट दी।
इस दौरान कई भूखंडों की बिक्री कर दी गई, जिससे पीड़ित परिवार को आर्थिक नुकसान होने के साथ-साथ जमीन का स्वामित्व विवाद भी खड़ा हो गया।
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इन धाराओं में दर्ज हुआ केस
मुक्ताप्रसाद पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी है। प्राथमिकी में आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी, जालसाजी, आपराधिक षड्यंत्र और भूमि अतिक्रमण जैसी गंभीर धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है।
भू-माफिया पर कार्रवाई की मांग
मोहनलाल राठी ने पुलिस से इस पूरे मामले की गहन जांच कर दोषियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है। साथ ही, जिन लोगों को भूखंड बेचे गए हैं, उन्हें भी भ्रमित किया गया है — जिससे आगे चलकर संपत्ति विवाद और कानूनी उलझनें बढ़ सकती हैं।
पुलिस ने क्या कहा?
मुक्ताप्रसाद थाना पुलिस का कहना है कि मामला गंभीर है और जल्द ही भूमि रिकॉर्ड, बिक्री दस्तावेज, खातेदारी प्रमाणपत्र और कॉलोनी स्वीकृति से संबंधित रिकॉर्ड की जांच की जाएगी। अगर प्रथम दृष्टया आरोप सही पाए गए, तो संपूर्ण नेटवर्क का भंडाफोड़ किया जाएगा।
क्यों है यह मामला अहम?
राजस्थान में पिछले कुछ वर्षों में खातेदारी कृषि भूमि को फर्जी कागजों से कॉलोनी में बदलने के कई मामले सामने आ चुके हैं। यह मामला न केवल कृषि भूमि की अवैध लैंड यूज कन्वर्जन को उजागर करता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि कैसे कुछ लोग मिलीभगत से आम लोगों की संपत्ति को कब्जा कर लेते हैं।