कराची में स्वतंत्रता दिवस के जश्न के दौरान हवाई फायरिंग से मचा कोहराम, मासूम बच्ची समेत तीन की मौत
पाकिस्तान ने 14 अगस्त को अपनी स्वतंत्रता की 79वीं वर्षगांठ मनाई, लेकिन कराची में यह खुशी का दिन एक बड़े हादसे में बदल गया। शहरभर में हुई अंधाधुंध हर्ष फायरिंग ने जश्न को मातम में बदल दिया। विभिन्न इलाकों में हुई गोलीबारी में तीन लोगों की मौत हो गई, जिनमें एक तीन साल की बच्ची और एक बुजुर्ग शामिल हैं, जबकि 60 से अधिक लोग घायल हो गए।
कराची के कई इलाकों में बेकाबू जश्न बना जानलेवा
अधिकारियों ने बताया कि आज़ीज़ाबाद में एक बच्ची को छत पर खड़े होने के दौरान गोली लगी, जिसकी मौके पर ही मौत हो गई। वहीं कोरंगी इलाके में स्टीफन नाम के व्यक्ति को भी गोली लगी, जिससे उसकी जान चली गई। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शहर के अलग-अलग हिस्सों में कुल मिलाकर कम से कम 64 लोग गोली लगने से घायल हुए हैं।
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अस्पतालों में अफरा-तफरी, प्रशासन ने दी चेतावनी
घटना के बाद शहर के प्रमुख अस्पतालों में घायलों की भीड़ उमड़ पड़ी। कई लोगों को गहन चिकित्सा इकाइयों में भर्ती करना पड़ा। प्रशासन ने हवाई फायरिंग को गैर-जिम्मेदाराना और खतरनाक करार देते हुए इसे रोकने की अपील की है। पुलिस ने कई मामलों में एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और आरोपियों की पहचान की जा रही है।
पहले भी हो चुके हैं ऐसे जानलेवा हादसे
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हाल के महीनों में कराची में हर्ष फायरिंग की घटनाओं में तेजी आई है। एक रिपोर्ट के अनुसार, कुछ महीने पहले इसी तरह की घटनाओं में पांच महिलाओं समेत 42 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 230 से अधिक लोग घायल हुए थे।
प्रशासन की जनता से अपील
कराची प्रशासन और पुलिस विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि राष्ट्रीय पर्व को उत्सव की भावना के साथ मनाएं, लेकिन ऐसे तरीकों से नहीं जो किसी की जान के लिए खतरा बनें।
“हर्ष फायरिंग किसी भी तरह से उत्सव का हिस्सा नहीं हो सकती। यह गैरकानूनी और खतरनाक है,” एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा।
स्वतंत्रता दिवस जैसे राष्ट्रीय अवसरों पर सुरक्षा बनाए रखना अब पाकिस्तानी सरकार और स्थानीय प्रशासन के सामने बड़ी चुनौती बनता जा रहा है।