तेजस्वी यादव पर दो वोटर कार्ड रखने का आरोप, भाजपा ने घेरा
बिहार की राजनीति में मतदाता सूची को लेकर एक बार फिर से विवाद गहराता जा रहा है। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव द्वारा मतदाता सूची में अपना नाम न होने का दावा करने के बाद अब भाजपा ने पलटवार करते हुए गंभीर आरोप लगाए हैं। भाजपा ने दावा किया है कि तेजस्वी यादव के पास दो अलग-अलग मतदाता पहचान पत्र (EPIC नंबर) हैं, जो कानून का उल्लंघन है।
भाजपा नेता और सांसद संबित पात्रा ने रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस मुद्दे को विस्तार से उठाया। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव ने 1 अगस्त को प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह दावा किया था कि उनका नाम मतदाता सूची से गायब है और उन्होंने मोबाइल स्क्रीन पर EPIC नंबर RAV2916120 दिखाया था।
इसके जवाब में चुनाव आयोग और पटना जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया कि तेजस्वी यादव का नाम दीघा विधानसभा की मतदाता सूची में क्रम संख्या 416 पर मौजूद है और उन्हें मतदान का अधिकार प्राप्त है।
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भाजपा ने आगे दावा किया कि चुनाव आयोग के रिकॉर्ड और तेजस्वी यादव के 2016 व 2020 के चुनावी हलफनामों में जो EPIC नंबर दर्ज है, वह RAB0456228 है। यानी तेजस्वी यादव के पास दो अलग-अलग EPIC नंबर हैं। पात्रा ने सवाल किया कि यदि एक व्यक्ति के पास दो वोटर आईडी हैं, तो यह न सिर्फ चुनावी अपराध है बल्कि गुमराह करने की साजिश भी है।
एसआईआर से घबराई विपक्षी पार्टियां?
भाजपा ने यह भी आरोप लगाया कि तेजस्वी यादव और विपक्षी दल एसआईआर (स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन) से इसलिए घबरा रहे हैं क्योंकि यह प्रक्रिया फर्जी वोटरों की पहचान और नामों की सफाई में मदद करेगी। पात्रा ने कहा कि अगर विपक्ष के शीर्ष नेता के पास दो EPIC नंबर हो सकते हैं, तो उनके कार्यकर्ताओं की स्थिति और भी संदिग्ध हो सकती है।
चुनाव आयोग को बदनाम करने की साजिश: भाजपा
संबित पात्रा ने कांग्रेस और राजद पर सीधा हमला करते हुए कहा कि यह पूरा मामला चुनाव आयोग को बदनाम करने की साजिश है। उन्होंने कहा कि मतदाता सूची में नाम हटाने की कोई औपचारिक शिकायत किसी राजनीतिक पार्टी के बूथ एजेंट या प्रतिनिधि से नहीं आई है, फिर भी इसे मुद्दा बनाकर भ्रम फैलाया जा रहा है।
राहुल गांधी पर भी तंज
पात्रा ने राहुल गांधी के उस बयान पर भी तंज कसा जिसमें उन्होंने चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाया था। पात्रा ने कहा कि यह वैसा ही है जैसे पाकिस्तान भारत को परमाणु धमकी देता है—बेकार और तथ्यहीन। उन्होंने दावा किया कि विपक्ष की चिंता देश की संस्थाओं को लेकर नहीं, बल्कि अपने परिवारों की राजनीतिक विरासत को बचाने की है।
फिलहाल चुनाव आयोग इस पूरे मामले में कोई कानूनी कार्रवाई करेगा या नहीं, इस पर नजरें टिकी हैं। वहीं भाजपा ने तेजस्वी यादव से यह स्पष्ट करने की मांग की है कि उनके पास दो EPIC नंबर क्यों हैं और क्या उन्होंने 2020 के नामांकन में सही जानकारी दी थी।