

बीकानेर के करमीसर गांव के राजस्व खसरा नम्बर 51 में बीकानेर विकास प्राधिकरण (BDA) द्वारा सीवरेज वाटर ट्रीटमेंट प्लांट (STP) और पम्पिंग स्टेशन का निर्माण किया जा रहा है। यह परियोजना प्रस्तावित 160 फ़ीट स्वर्ण जयंती रिंग रोड के निर्माण के लिए एक बड़ा व्यवधान बन रही है, जो महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय जैसलमेर रोड से शुरू होकर मुरलीमनोहर गोचर के पॉवर ग्रिड उदयरामसर के पास नोखा रोड को जोड़ने वाली महत्वपूर्ण सड़क है।
यह सड़क बीते मास्टर प्लान में भी अंकित थी और नवीन मास्टर प्लान 2025 में भी इसे शामिल किया गया है। इस सड़क के दोनों ओर कई आवासीय कॉलोनियों जैसे संतोष विहार, वैभव नगर, गणेश विहार, आदि को सरकार से 90ए और 90बी के तहत स्वीकृति मिल चुकी है। हालांकि, अब प्रशासन ने इस एसटीपी को इसी प्रस्तावित रिंग रोड के बीच में बना दिया है, जिससे निर्माणाधीन रिंग रोड की योजना में बड़ा अवरोध उत्पन्न हो सकता है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि पहले हुई सर्वे मार्किंग और कॉलोनियों की निर्माण प्रक्रिया के बावजूद प्रशासन द्वारा अचानक यह निर्माण कार्य किया जा रहा है। उन्हें बताया गया था कि एसटीपी सड़क के बाहर बनाई जाएगी, लेकिन फिलहाल इसे प्रस्तावित सड़क के बीच में स्थापित किया जा रहा है। स्थानीय लोगों का यह भी कहना है कि यदि बीडीए अधिकारियों ने अपनी हठधर्मिता जारी रखी तो यह 160 फ़ीट चौड़ी रिंग रोड को घुमावदार बनाना पड़ेगा, जिससे न केवल वित्तीय बोझ बढ़ेगा, बल्कि सड़क पर दुर्घटनाओं का खतरा भी बढ़ सकता है।

स्थानीय निवासियों ने बीडीए अधिकारियों से अपील की है कि वे मामले को फिर से देखें और दुबारा सर्वे कराके इस एसटीपी का निर्माण सड़क के बाहर करें, ताकि रिंग रोड की योजना बिना किसी रुकावट के पूरी हो सके।
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इस संदर्भ में, तत्कालीन सरकार ने वर्ष 2011 में इस 160 फ़ीट रिंग रोड के निर्माण की स्वीकृति दी थी, ताकि बीकानेर से गुजरने वाले जोधपुर और जैसलमेर राजमार्गों को आपस में जोड़ा जा सके। हालांकि, कुछ समय पहले स्थानीय विरोध और आंदोलन के कारण यह योजना स्थगित हो गई थी, लेकिन अब इसे फिर से शुरू किया गया है।